कोटा

तो बंद हो जाएगा कोटा का चिड़ियाघर

कोटा के रियासतकालीन चिड़ियाघर पर एक बार फिर बंदी की तलवार लटक गई है। केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने इसे अगस्त 2017 तक चलाने के लिए अस्थाई मान्यता दी थी। जो अब खत्म होने वाली है। बंदी से बचने के लिए चिड़ियाघर के अफसर फिर से मान्यता की कोशिशों में जुट गए हैं।

कोटाMay 19, 2017 / 11:48 pm

​Vineet singh

Kota Zoo will be closed

कोटा चिडि़याघर पर एक बार फिर बंद होने की तलवार लटक रही है। केन्द्रीय चिडि़याघर प्राधिकरण से चिडि़याघर को चालू रखने की 23 अगस्त 2017 तक ही अस्थाई मान्यता है। इसके चलते मात्र तीन माह का समय शेष है। इसके बाद मान्यता नहीं बढ़ाई तो चिडि़याघर के लिए मुश्किल हो सकती है। पिछले साल भी मान्यता पूरी होने के बाद केन्द्रीय जू प्राधिकरण के प्रतिनिधि बृजकिशोर गुप्ता के दौरे के बाद मान्यता को अगस्त 2017 तक किया गया था।
कोटा का रियासतकालीन चिडि़याघर केन्द्रीय चिडि़याघर प्राधिकरण के मापदण्डों पर खरा नहीं उतरता। इसका आकार काफी छोटा है, वहीं इसमें वन्यजीवों के बाड़े भी छोटे हैं। इन स्थितियों के चलते प्राधिकरण चिडि़याघर को स्थाई मान्यता नहीं देता। प्रस्तावित बायोलॉजिकल पार्क के निर्माण तक आवश्यकता के अनुसार अस्थाई तौर पर मान्यता बढ़ाई जाती है।
यह भी पढ़ें
कोटा में बंद होंगे डमी स्कूल, कोचिंग संस्थानों पर कसा शिकंजा


बायोलॉजिकल पार्क का इंतजार

सरकार की नांता अभेड़ा क्षेत्र में बायोलॉजिकल पार्क बनाने की योजना है। यह योजना करीब 25 वर्षों से कागजों में दौड़ रही है। क्षेत्र में निगम का ट्रेंचिंग ग्राउण्ड होने से बायोलॉजिकल पार्क आकार नहीं ले सका। पिछले दिनों सीजेडए ने सुझाओं के साथ अभेड़ा में चिडि़याघर बनाने को स्वीकृति दी थी। 
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.