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10 बार भूमिपूजन, 3 साल पहले काम शुरू पर अधूरा ही

locationइंदौरPublished: May 16, 2021 02:54:28 am

एप्रोच रोड के कारण अटका : 2018 में तेज बारिश से टूटने के बाद शुरू हुआ था कुलकर्णी भट्टा के पुल का काम

10 बार भूमिपूजन, 3 साल पहले काम शुरू पर अधूरा ही
इंदौर. तीन साल पहले जिस पुल का काम शुरू हुआ था, वो आज भी चल रहा है। इस पुल का १० बार भूमिपूजन हो चुका है। स्लैब तो डल गई, लेकिन एप्रोच नहीं बन पाई। इस कारण लोगों को गली में से गुजरना पड़ रहा है। यह हाल हैं शहर के उत्तरी क्षेत्र को मध्यक्षेत्र से जोडऩे वाले मुख्य मार्ग में से एक पर मौजूद कुलकर्णी भट्टा पुल की।
सितंबर 2018 में तेज बारिश के दौरान पुल के टूटने के बाद इस पुल का काम शुरू किया गया था। यह पुल शहर का सबसे महंगा पुल है। लगभग 15 करोड़ की लागत से इसका काम किया जाना है। पांच माह पहले इसकी स्लैब डालने का काम किया गया था। इसके बाद इस 100 फीट लंबे पुल की एप्रोच रोड बनाने का काम होना था, जिसमें कुछ मकानों को तोड़ा जाना था। इन्हें नोटिस भी दे दिए गए थे, लेकिन उसके बाद भी इन्हें हटाया नहीं गया। पुल निर्माण के कारण भंडारी मिल ब्रिज तरफ आने-जाने के लिए मालवा मिल श्मशान रोड की ओर से वाहनों को गुजरना पड़ता है। ये रास्ता संकरा होने के कारण यहां पर भी जाम की स्थिति बनती रही है।
सालभर पहले निगम प्रशासक ने दिए थे आदेश
इस पुल की जरूरत को समझते हुए सालभर पहले पूर्व नगर निगम प्रशासक आकाश त्रिपाठी ने इसका बचा हुआ काम जल्द पूरा करते हुए इसे शुरू करने के लिए कहा था। उन्होंने जनता की सुविधा के लिए अफसरों को कहा था कि स्लैब डालने के साथ ही यहां मौजूद जगह के हिसाब से ही एप्रोच रोड बना दी जाए, ताकि पुल का उपयोग जनता कर सके। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में देरी हो सकती है, इसलिए पुल को तुरंत शुरू किया जाए। लेकिन उनके ट्रांसफर के बाद निगम के अमले ने उनके सुझाव को भी एक तरफ कर दिया। इसके कारण यहां एप्रोच रोड बनाई ही नहीं गई, जिसके कारण ये पुल अभी तक शुरू नहीं हो पाया।
1988 में शुरू हुआ था काम
ये पुल इंदौर के सबसे ज्यादा जरूरत के पुलों में से एक है। इस पुल को पहली बार चौड़ा कर बनाने का काम 1988 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा ने शुरू किया था। लेकिन उसके बाद 10 बार से ज्यादा इसका भूमिपूजन हुआ, लेकिन पुल का काम शुरू नहीं हो पाया था। जून 2018 में पुल का टेंडर हो गया था। लेकिन सितंबर 2018 में तेज बारिश के दौरान पुल के टूटने के बाद इसका निर्माण शुरू हो गया।
फिलहाल निर्माण पर रोक
कुलकर्णी भट्टा पुल की बाधाएं हटाने का काम प्राथमिकता से कर रहे हैं। जल्द ही बचा हुआ काम पूरा कर लिया जाएगा। फिलहाल निर्माण पर रोक लगी है। जैसे ही अनुमति मिलेगी, यह काम प्राथमिकता से करेंगे।
– अभय राजनगांवकर, अपर आयुक्त
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