ऐप बनाकर ऐसे ठगा टीआइ ने बताया, आरोपियों ने टिक-टॉक की तर्ज पर डिंग डांग वीडियो अपलोड ऐप बनाई। टिक टॉक ऐप को प्रतिबंधित किया जा चुका है। आरोपी उसकी तर्ज पर नया ऐप लाए थे। लोगों को झांसा दिया था कि वीडियो अपलोड किए जाएंगे और लोग देखेंगे तो बड़ी कमाई होगी। आरोपियों ने 7 बिलियन नेटवर्क नाम से कंपनी बनाई थी जिसमें निवेश करने पर 15 प्रतिशत ब्याज वव बाद में पूरी राशि वापस करने का झांसा दिया था। उन्होंने कहा था कि जमा राशि पर कंपनी 10 माह में प्रतिमाह 15 प्रतिशत ब्याज और मूलधन देगी। आरोपियों की बातों में आकर लोगों ने भारी निवेश किया था।
डिंग डांग बंद कर खोली सहायक कंपनी टीआइ ने बताया, आरोपियों ने डिंग डांग ऐप बंद कर उसकी जगह पेजिन एवं पेजआउट नाम से नई सहायक कंपनी लांच की। पेजिन में निवेश राशि पर 10 से 15 प्रतिशत फायदा देने का लालच दिया तो पेजआउट में ग्राहकों को 20 से 30 प्रतिशत माइक्रो लोन देने की बात कही। निवेश की गई राशि में लोगों को कुछ पैसा मिलता तो आरोपी और अधिक रुपए निवेश करने का प्रलोभन देते। पुलिस और निवेशको के बारे में जानकारी जुटा रही है। अब तक की जांच में लाखों की धोखाधड़ी का पता चला है।