फर्जी नपती से नाला डायवर्ट किया
शिकायतकर्ता ने बताया सत्यनारायण न्याती और तिवारी ने मिलकर उक्त भूमि पर एक बहुमंजिला मॉल का निर्माण करवाया है। टीएंडसीपी से नक्शा स्वीकृति के समय गलत क्षेत्रफल दर्शाकर 4412 वर्ग फीट की अतिरिक्त निर्माण अनुमति ली गई है। वास्तविक जमीन के हिसाब से 9 हजार 500 वर्गफीट की अनुमति मिलना चाहिए थी। अनुमति ली गई 13 हजार 912 वर्गफीट की। आरोप है कि राजस्व अधिकारियों से मिलीभगत करके दोनों ने फर्जी नपती करा कर नाला अन्य जगह डायवर्ट करा दिया, जबकि पेश नक्शे में उक्त व्यावसायिक प्लॉट की शेष कॉलोनी वाले हिस्से के स्वीकृत नक्शे में नाला स्पष्ट रूप से दर्शित हो रहा है। अवैध रूप से निर्मित उक्त निर्माण के नीचे आज भी नाले के अवशेष दबे हुए हैं।
शिकायतकर्ता ने बताया सत्यनारायण न्याती और तिवारी ने मिलकर उक्त भूमि पर एक बहुमंजिला मॉल का निर्माण करवाया है। टीएंडसीपी से नक्शा स्वीकृति के समय गलत क्षेत्रफल दर्शाकर 4412 वर्ग फीट की अतिरिक्त निर्माण अनुमति ली गई है। वास्तविक जमीन के हिसाब से 9 हजार 500 वर्गफीट की अनुमति मिलना चाहिए थी। अनुमति ली गई 13 हजार 912 वर्गफीट की। आरोप है कि राजस्व अधिकारियों से मिलीभगत करके दोनों ने फर्जी नपती करा कर नाला अन्य जगह डायवर्ट करा दिया, जबकि पेश नक्शे में उक्त व्यावसायिक प्लॉट की शेष कॉलोनी वाले हिस्से के स्वीकृत नक्शे में नाला स्पष्ट रूप से दर्शित हो रहा है। अवैध रूप से निर्मित उक्त निर्माण के नीचे आज भी नाले के अवशेष दबे हुए हैं।
अधिक जमीन दिखाकर नक्शा कराया पास
कलेक्टर को पीथमपुर ट्रेड सेंटर निर्माण के मामले में शिकायत की गई है। एक बार फिर राजस्व और नगर पालिका के अधिकारियों की जमीन के धंधेबाजों से मिलीभगत बताई गई है। शिकायतकर्ता अधिवक्ता विजयसिंह राठौर ने बताया कि छत्रछाया निर्माण प्रालि के सत्यनारायण न्याती निवासी जानकी नगर एक्सटेंशन इन्दौर ने सिद्धांत बिल्डर्स एवं डेवल्पर्स तर्फे अनुज तिवारी उर्फ भोला तिवारी निवासी धार के पक्ष में 25330 वर्गफीट जमीन की बिक्री कराई थी। जिस पर 10 हजार वर्गफीट पक्की प्लींथ निर्मित थी। कुल विक्रित भूमि 26330 वर्गफीट थी परंतु क्रेता व विक्रेता ने मिलकर फर्जी दस्तावेज के आधार पर ग्राम एवं नगर विकास विभाग से 38779 वर्गफीट जमीन बताकर नक्शा पास कराया, जबकि रजिस्ट्री 26300 वर्गफीट की थी व मौके पर भी जमीन भी इतनी ही थी।
कलेक्टर को पीथमपुर ट्रेड सेंटर निर्माण के मामले में शिकायत की गई है। एक बार फिर राजस्व और नगर पालिका के अधिकारियों की जमीन के धंधेबाजों से मिलीभगत बताई गई है। शिकायतकर्ता अधिवक्ता विजयसिंह राठौर ने बताया कि छत्रछाया निर्माण प्रालि के सत्यनारायण न्याती निवासी जानकी नगर एक्सटेंशन इन्दौर ने सिद्धांत बिल्डर्स एवं डेवल्पर्स तर्फे अनुज तिवारी उर्फ भोला तिवारी निवासी धार के पक्ष में 25330 वर्गफीट जमीन की बिक्री कराई थी। जिस पर 10 हजार वर्गफीट पक्की प्लींथ निर्मित थी। कुल विक्रित भूमि 26330 वर्गफीट थी परंतु क्रेता व विक्रेता ने मिलकर फर्जी दस्तावेज के आधार पर ग्राम एवं नगर विकास विभाग से 38779 वर्गफीट जमीन बताकर नक्शा पास कराया, जबकि रजिस्ट्री 26300 वर्गफीट की थी व मौके पर भी जमीन भी इतनी ही थी।