एबी रोड़ पर शहर की व्यस्ततम रोड है. यहां एलआइजी चौराहे से लेकर नौलखा तक के संकरे हिस्से में जबर्दस्त आवागमन के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत आती है. इस समस्या से निजात दिलाने के उद्देश्य से फ्लाइओवर का प्रस्ताव तैयार किया गया था। लोकनिर्माण विभाग द्वारा इसके लिए साढ़े छह किमी लंबे ब्रिज की डिजाइन तैयार की गई थी जिसमें बीआरटीएस यथावत नीचे ही रहना था। जनप्रतिनिधियों ने बीआरटीएस को भी ऊपर चलाने की मांग की, जिसके बाद योजना का विस्तार किया जा रहा है।
ब्रिज बनने के बाद शहरवासियों को ट्रैफिक जाम से राहत मिल जाएगी। लोक निर्माण विभाग—पीडब्ल्यूडी— के ब्रिज सेल के अधिकारियों के अनुसार इस मामले में विभाग ने 116 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भी अलग से तैयार कर लिया है हालांकि अभी यह तय नहीं हो सका कि यह राशि किस मद से मिलेगी।
इधर इंदौर सांसद शंकर लालवानी बताते हैं कि फ्लायओवर में मेट्रो व बीआरटीएस भी प्रस्तावित है। उनका कहना है कि प्रस्तावित ब्रिज में बीआरटीएस नीचे रखने से ब्रिज के पिलर बनने से सड़क की चौड़ाई और कम होगी जिससे इससे जाम लगेगा। इसलिए बीआरटीएस को भी ऊपर रखने का सुझाव दिया। इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से चर्चा कर नागपुर की तर्ज पर इसी लेन में मेट्रो लाइन का आग्रह किया है। इसका सर्वे हो रहा है और जल्द ही योजना आकार ले लेगी।