यहां तक की जिसे पिता समान मानते थे उनके साथ ठगी करने में तक पिछे नहीं हटे। वहीं जब कोई इनसे अपना पैसा मांगता तो युवती नोटों के ढेर के पास बैठकर खींचे गए फोटो को उसके पास भेजकर कहती कि मेरे पास बहुत पैसा है, सबका हिस्सा मिल जाएगा।
दरअसल एमआइजी पुलिस ने पिछले दिनों कोहेफिजा, भोपाल निवासी रश्मि राठौर और अनस सिद्दीकी को गिरफ्तार किया था और दोनों अभी जेल में है। इनकी ठगी की बात आप ऐसे समझ सकते हैं कि रश्मि ने सागर विश्वकर्मा से उसकी कार 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर ली थी।
इसके बाद जब किराया नहीं दिया तो पता चला कि महिला ने किराए की कार को ही गिरवी रख दिया है। इस संबंध में टीआइ अजय वर्मा का कहना है कि अफरा तफरी का केस दर्ज कर रश्मि को पकड़ा, तो पता चला कि वह अपने पति के साथ मिलकर बंटी-बबली के रूप में ठगी करती है।
वहीं एसआइ राम शाक्य का कहना है कि रश्मि और अनस को पकड़ने पर पता चला कि उन्होंने सागर की कार को भोपाल में 2 लाख में गिरवी रख दिया है, जिसके बाद पुलिस ने कार जब्त कर लिया है। रश्मि के मोबाइल की जांच की में पता चला कि वह इंदौर, भोपाल ही नहीं, जबलपुर, पुणे में भी ठगी कर चुकी है।
मोबाइल चालू करते ही लोग करने लगे पैसों का तकादा
एसआइ शाक्य के अनुसार पुलिस ने मोबाइल चालू किया तो उसमें कई लोगों के मैसेज व फोन आए। सभी युवती से रुपयोंं की मांग कर रहे थे। पता चला कि युवती ने सभी से ठगी की है। युवती के मोबाइल में ऐसे फोटो मिलें, जिसमें वह नोटों के ढेर के पास बैठी है।
एक कागज भी नोट में पड़ा दिख रहा है जिसमें करीब 27 लाख होना लिखा है। उसके पति का पूर्व मुख्यमंत्री के साथ फोटो भी है, जो खुद को कांग्रेस से जुड़ा बताता था। वहीं यह भी पता चला कि इनके खिलाफ भोपाल, पुणे में केस दर्ज है और जहांगीराबाद, भोपाल व जबलपुर में पुलिस के पास कई शिकायतें पहुंची हैं, जिनके संंबंध में पुलिस जानकारी भी जुटा रही है।
किसी को भी नहीं बख्शा
इन्हीं शिकायतों में से एक शिकायत जबलपुर के कारोबारी अशोक महावर के परिवार ने भी पुलिस को शिकायत की है। अशोक को रश्मि पिता की तरह मानती थी। यहां उनके कारोबार के बैंक अकाउंट का दुरुपयोग करने की बात सामने आई है।
इसके अलावा एक व्यक्ति के होम लोन के करीब 2 लाख रुपए भी ठग लिए थे। पता चला कि वह बड़ी बड़ी फैक्टरी में झांसे से प्रवेश कर वहां से लोगों को वीडियो कॉल कर खुद को मालिक बताती और सस्ती शकर, अनाज आदि देने का झांसा देकर बैंक खातें में लाखों रुपए डकारकर फरार हो जाती थी। पुणे की कंंपनी से करीब 6 लाख रुपए की इनके द्वारा ठगी की गई, जिस पर उसका बैंक अकाउंंट भी फ्रीज कराया गया है।