ये बात कल आईडीए की एक महत्वपूर्ण बैठक में नगर भाजपा अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने कही। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की घोषणा वाले ११ ओवर ब्रिज को बनाए जाने की स्वीकृति से पहले अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा ने नई पहल करते हुए सभी जनप्रतिनिधियों को बुलाया था ताकि सभी के विचार लिए जा सकें। चर्चा के दौरान तय हुआ कि पहले चार ब्रिज बनाए जाएंगे। महाराणा प्रताप प्रतिमा चौराहा महू नाका, भंवरकुआं चौराहा, लवकुश चौराहा और खजराना चौराहा के ब्रिज का प्रजेंटेशन दिया गया।
इस पर चावड़ा ने तुरंत टोक दिया। कहना था कि महू नाका व भंवरकुआं पर 4 लेन के बजाए 6 लेन ब्रिज होना चाहिए। हमें आने वाले 50 साल को देखते हुए निर्माण करना चाहिए। सुनियोजित विकास होना चाहिए। हम ऐसा कुछ नहीं करें, जिससे बाद में परेशान होना पड़े। उनका इशारा बंगाली ओवर ब्रिज को लेकर था। उसके बाद सिर्फ खजराना व लवकुश चौराहा के ब्रिज बनाए जाने को लेकर हरी झंडी दी गई, जिसे बोर्ड की बैठक में स्वीकृति के लिए रखा जाएगा। हालांकि चावड़ा ने महू नाका व भंवरकुआं ब्रिज को लेकर भी तुरंत योजना तैयार करने के निर्देश दिए ताकि यहां भी जल्द काम शुरू हो सके।
चर्चा के दौरान रणदिवे ने जब मास्टर प्लान पर अपनी बात रखी तो सभी एक सुर में नजर आए। इसके अलावा उन्होंने नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल को पार्षदों की जोनवार कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाने की बात भी कही, ताकि विकास को जनप्रतिनिधि के माध्यम से गति मिले। कहना था कि जब तक चुनाव नहीं होते, ये व्यवस्था रहे। जनता पार्षदों को काम के लिए फोन लगाती है और वे लाचार हैं। असहज स्थिति पैदा हो रही है, जिसे दूर किया जाए।
चावड़ा की नई पहल
आईडीए अध्यक्ष चावड़ा की कार्यशैली में एक बार फिर संगठन मंत्री की झलक नजर आई। उन्होंने सबके साथ शहर
का विकास का नया फॉर्मूला निकाला, जिसके चलते जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलाई गई थी। ये तरीका संघ का
रहता है, जिसमें कुछ भी करने से पहले सामूहिक स्वीकृति ली जाती है।
आईडीए अध्यक्ष चावड़ा की कार्यशैली में एक बार फिर संगठन मंत्री की झलक नजर आई। उन्होंने सबके साथ शहर
का विकास का नया फॉर्मूला निकाला, जिसके चलते जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलाई गई थी। ये तरीका संघ का
रहता है, जिसमें कुछ भी करने से पहले सामूहिक स्वीकृति ली जाती है।

भंवरकुआं चौराहा, रीगल तिराहा, मूसाखेड़ी रिंग रोड चौराहा, आईटी पार्क चौराहा। लालबाग पैलेस के महत्व का मुद्दा उठा
महाराणा प्रताप प्रतिमा चौराहा (महू नाका) पर बनाए जाने वाले ब्रिज को लेकर मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि लालबाग पैलेस के अस्तितव पर आंच नहीं आना चाहिए। उसका पुरातत्व में खासा महत्व है। इंदौर की शान है और धरोहर है। पैलेस के सामने ब्रिज नहीं आना चाहिए। ये सुनकर सभी ने सहमति भी दी। इस पर अफसरों ने बताया कि लालबाग पैलेस से पहले ही ब्रिज की भुजा उतर जाएगी। पैलेस को कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
गौड़ का दर्द छलका
चर्चा के दौरान विधायक मालिनी गौड़ का कहना था कि हमसे तो आजकल कोई कुछ पूछता भी नहीं है। उनका इशारा नगर निगम की तरफ था। महापौर पद से हटने के बाद से अफसरों ने संपर्क करना बंद कर दिया।
चर्चा के दौरान विधायक मालिनी गौड़ का कहना था कि हमसे तो आजकल कोई कुछ पूछता भी नहीं है। उनका इशारा नगर निगम की तरफ था। महापौर पद से हटने के बाद से अफसरों ने संपर्क करना बंद कर दिया।