इंदौर में अब तक पोलिंग पार्टियों को एक दिन पहले सामग्री का वितरण कर दिया जाता था। उसके लिए बकायदा काउंटर लगाए जाते थे जिससे पार्टी सामग्री लेकर बस में पहुंच जाती थी। इस बार नजारा कुछ बदला बदला सा है। इस बार जिला प्रशासन ने विधानसभावार बैठक व्यवस्था की है। जितने बूथ होंगे उतनी ही टेबल और उन पर चार कुर्सियां लगाई जा रही हैं। प्रत्येक विधानसभा को एक रंग दे दिया गया है जिस पर जाकर वे बूथ नंबर की टेबल पर जाकर बैठ जाएंगे। स्टेडियम में रंगीन पंडाल तैयार करने का काम जोरों पर चल रहा है। छत के साथ में ब्लॉक को उस रंग का बनाया जा रहा है।
इधर, आज सुबह 7 बजे से स्कूलों की बसें जिम खाना क्लब के मैदान पर खड़ी होना शुरू हो गईं। व्यवस्था का जिम्मे संभाल रहे अपर कलेक्टर बीबीएस तोमर, एसडीएम सुनिल झा व राजकुमार हलधर की टीम बसों की एंट्री करा रही थीं। ये बसें पोलिंग पार्टी को लाने-ले जाने का काम करेंगी। चुनाव को पारदर्शी बनाने के लिए निर्वाचन आयोग ने जीपीएस सिस्टम लगाने के निर्देश दिए हैं। बसों के आने पर सबसे पहले उनमें सिस्टम लगवाना शुरू किए गए। एक बस में करीब पांच से दस मिनट का समय लग रहा था। पोलिंग पार्टी को स्टेडियम में सामग्री देने के लिए नगर निगम के कर्मचारियों को लगाया गया। बकायदा उन्हें क्लास वन अधिकारी का दर्जा दिया गया।