निपानिया में रहने वाले अभिषेक शर्मा द्वारा दायर किए गए परिवाद में आरोप लगाए गए हैं कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले मोदी, अमित शाह और मुरलीन मनोहर जोशी सहित अन्य भाजपा नेताओं ने अपने घोषणा पत्र एवं संभावओं में ऐलान किया था कि यदि उनकी सरकार बनेगी तो अगले 10 साल में 25 करोड़ लोगों को रोजगार देंगे। हर वर्ष करीब 2.5 करोड़ लोगों को रोजागर मिलेगा, लेकिन पांच साल बीतने के बाद भी बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिले हैं। परिवाद अभिषेक उच्च शिक्षित युवक हैं और कई स्थानों पर कोशिश करने के बाद भी उसे रोजगार नहीं मिला है। एडवोकेट हरीश शर्मा के माध्यम से तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा 420 के तहत केस दर्ज किया गया है। गुरुवार को प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट राकेश कुमार कुशवाह की कोर्ट में परिवाद की सुनवाई हुई। फिलहाल कोर्ट ने पक्षकारों को नोटिस जारी किए बिना 26 जुलाई को अगली सुनवाई के आदेश दिए हैं। अभिषेक का कहना है कि पिछले चुनाव में मोदी द्वारा की गई घोषणा पर भरोसा कर उसने अपने दोस्तों के साथ भाजपा का प्रचार किया था, लेकिन अब तक उसे नौकरी नहीं मिली है।