रात करीब 8 बजे वारदातें हुईं, मगर 3 घंटे बाद भी पुलिस अफसर आरोपियों के संबंध में जानकारी नहीं निकाल पाए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आरोपी एक युवक का पीछा करते हुए पहुंचे थे। इनसे बचने के लिए वह एक महिला की दुकान में घुस गया। आरोपी बाहर खड़े होकर महिला से उसे बाहर करने के लिए कहने लगे। महिला ने फटकारा तो हट गए और करीब 20 फीट दूरी पर एटीएम बूथ पहुंचे। एटीएम बूथ से यतिन (52) पिता माधवराव पिसे निवासी सूर्यदेव नगर पैसे निकालकर बाहर आए तो उन्हें घेरकर पैसे मांगे। पैसे नहीं दिए तो उन पर चाकू से करीब 6-7 वार किए। यतीन ने बचने के लिए संघर्ष किया, दौड़ भी लगाई, लेकिन आरोपियों ने हमला किया और एटीएम से निकाली राशि लूटकर भाग गए। यहां से करीब 15-20 फीट दूर राजेश सजनानी निवासी शांतिपुरी कॉलोनी बाइक पर खड़े थे। कटलरी व्यापारी राजेश होटल से रोटियां लेकर घर जा रहे थे। रास्ते में बहन का फोन आने पर गाड़ी रोककर मोबाइल पर बात कर रहे थे।
राजेश के मुताबिक, एक आरोपी ने उनसे पैसे मांगे। पैसे नहीं है कहा तो जांघ पर चाकू मार दिया। वे बेहोश होकर गिर गए। कुछ देर बाद होश आया तो खुद पास के निजी अस्पताल चले गए। पुलिस का कहना है, घटना में एक आरोपी है, जबकि लोग दो बता रहे हैं, जो ऑटो रिक्शा में बैठकर भाग गए। रात करीब 11 बजे तक पुलिस आरोपियों के बारे में कुछ नहीं बता सकी। हालांकि रात में सीसीटीवी फुटेज मिलने की बात कही जा रही है, जिसके आधार पर तलाश चल रही है।
ऑफिस से घर जाते समय सैलरी निकालने रुकते थे आरोपी ने लूट के लिए यतीन पर हमला किया। उन्हें एमवाय अस्ताल ले जाया गया जहां मौत हो गई। सूचना पर एएसपी मनीष खत्री, सीएसपी अखिलेश रैनवाल व द्वारकापुरी टीआई पुलिस टीम के साथ पहुंच गए थे। यतीन एलआइसी में एडिमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर थे और छावनी में पदस्थ थे। परिवार में पत्नी सीमा, बेटा करण व बेटी ऋषिका हैं। बेटे ने 10वीं की परीक्षा दी है। ऑफिस से निकलने के दौरान यतीन ने पत्नी के मोबाइल पर कॉल किया तो ***** नीलेश केदारे निवासी द्रविड़ नगर से बात हुई। सीमा दोपहर में मायके गई तो वहां मोबाइल भूल गई थी। यतीन ने कहा था, वे सैलरी का पैसा निकालते हुए घर आ रहे हैं। हालांकि कितना पैसा निकाला साफ नहीं हो पाया है।
पत्नी-बेटे पहुंचे अस्पताल, बोले- हमारा सबकुछ उजड़ गया यतीन के पास मिले दस्तावेज के आधार पर पुलिस उनके घर पहुंची और परिवार को एमवाय अस्पताल जाने के लिए कहा। पत्नी सीमा व बेटा करण अस्पताल पहुंचे तो मौत का पता चला। शव के पास बैठकर पत्नी-बेटे रो रहे थे। भाई नीलेश उन्हें संभालने की कोशिश करते रहे। पत्नी-बेटे बोले, हमारा तो सबकुछ उजड़ गया, किसने यह कर दिया।