सुगन रेसीडेंसी के डी ब्लॉक में रहने वाले धमेंद्र फणसे, उनकी पत्नी ज्योति फणसे, इंजीनियर अंकित सोनी, उनकी पत्नी श्रृद्धा, पिता सुभाषचंद्र सोनी, सवा साल का मासूम व सात वर्षीय बच्ची होटल से खाना खाकर लौटे और लिफ्ट में पहुंचे। सोनी ने तीसरे माले तो फणसे परिवार ने पांचवे माले पर जाने के लिए बटन दबाया। जैसे ही लिफ्ट दूसरे माले पर पहुंची, अचानक रूकी और फिर तेजी से नीचे गिरने लगी। लिफ्ट में सवार परिवार कुछ समझ पाते तब तक लिफ्ट आवाज करते हुए ग्राउंड फ्लोर पहुंचने के पूर्व झटके से रूक गई। फणसे ने बताया, सभी लोग दस मिनट तक मदद के लिए आवाज लगाते रहे।
लिफ्ट चल जाती तो हो जाती बड़ी घटना रहवासी जब फंसे लोगों को निकाल रहे थे, तभी बिल्डिंग का चौकीदार वहां पहुंचा। पीडि़त परिवार का कहना है कि लिफ्ट से निकलने के दौरान यदि लिफ्ट चल जाती तो किसी की जान भी जा सकती थी। सोनी ने बताया, उनके पिता धार में बॉटनी के प्रोफेसर है। वे दिल के मरीज है। घटना से वे काफी घबरा गए। सभी ने रात में ही चौकीदार को बिल्डर से बात कराने को कहा, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद सभी रहवासी बिल्डर के दफ्तर के पहुंचे और वहां विरोध स्वरूप तोडफोड़ कर दी।
गुस्साए रहवासी पहुंचे थाने जो परिवार लिफ्ट में फंसेा उन्हें अगले दिन पता चला कि बिल्डर ने थाने में उनके खिलाफ केस दर्ज करवाया है। एेसे में गुस्साए रहवासी बड़ी संख्या में थाने पहुंचे और टीआइ से मिलकर आरोप लगाया कि बिल्डर ने उनसे वादाखिलाफी की है। टाउनशिप में सुविधाओं का अभाव है, जिसमें खराब लिफ्ट भी शामिल है। उन्होंने लिफ्ट में शनिवार को दस वर्षीय बच्चे के भी फंस जाने की बात भी बताई। रहवासियों ने बिल्डर पर गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज करने की मांग की।
-रहवासियों ने लिफ्ट में देररात परिवार सहित फंसने की जानकारी दी। मामले में जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
संतोष सिंह, टीआई थाना छत्रीपुरा
संतोष सिंह, टीआई थाना छत्रीपुरा