scriptलोन घोटाला: 51 कंपनी, 250 बैंक खाते और 10 अरब का लेन-देन | Loan scam: 51 companies, 250 bank accounts and 10 billion transactions | Patrika News

लोन घोटाला: 51 कंपनी, 250 बैंक खाते और 10 अरब का लेन-देन

locationइंदौरPublished: Jan 27, 2020 10:19:27 pm

बैंक खातों की जानकारी ने बढ़ाया जांच का दायरा, 77 पौकलेन-जेसीबी की बी जांच

लोन घोटाला: 51 कंपनी, 250 बैंक खाते और 10 अरब का लेन-देन

लोन घोटाला: 51 कंपनी, 250 बैंक खाते और 10 अरब का लेन-देन

इंदौर. 100 करोड़ के लोन घोटाले में फरार संजय द्विवेदी व उसकी पत्नी नेहा की 51 कंपनियों की जानकारी अब तक ईओडब्ल्यू को मिल गई है। कंपनियों व अन्य लोगों के नाम से करीब 250 बैंक खाते सामने आई है, अफसरों ने जब लेन-देन की डिटेल निकाली तो वे भी चकरा गए। प्राथमिक तौर पर सेल कंपनियों व उनके बैंक खातों में अभी तक करीब 10 अरब के लेन देन की बात सामने आ गई है।
लोन घोटालेे की शिकायत पर ईओडब्ल्यू ने संजय द्विवेदी की कंपनियों की जांच की जिसमें अभी तक कई महत्वपूर्ण बातें सामने आ गई है। ईओडब्ल्यू एसपी सुंंदरसिंह कनेश व उनकी टीम ने सोमवार को भोपाल मुख्यालय जाकर अब तक की जांच से वरिष्ठ अफसरों को अवगत कराया जिसके बाद जांच और तेज की जा रही है। नौलखा में रहने वाले संजय द्विवेदी, उसकी पत्नी नेहा द्विवेदी व अन्य लोगोंं ने फर्जी कंपनियों खोलकर और उसमें लोगों को पार्टनर बनाकर कई बैंकों के साथ धोखाधड़ी की है। बैंक अफसरों की संदिग्ध भूमिका भी जांच में सामने आ गई है।
ईओडब्ल्यू एसपी कनेश के मुताबिक, आरोपी के गोदाम, ऑफिस से मिले दस्तावेजों की जांच के दौरान अभी तक 51 कंपनियों की जानकारी सामने आ गई है। इन कंंपनियों में संजय, उसकी पत्नी, दूसरी पत्नी दीपाली, साले पीयूष, भाई के साथ ही अन्य लोग डायरेक्टर बने। संजय सरकारी ठेकों का झांसा देकर लोगों को अपनी कंपनी में डायरेक्टर बना लेता था। ठेके के लाभांश में हिस्सा देने का वादा कर उनकी संपत्ति के दस्तावेज ग्यारंटी के रूप में लेता और फिर इस संपत्ति पर करोड़ों का लोन ले लेता था। अप्रैल 2019 में बेटमा पुलिस ने जब आरोपी संजय व अन्य लोगों को पकड़ा तो उस दौरान यह बात सामने आई थी कि कई लोगों की जमीन का सौदा कर प्रारंभिक राशि देने के बाद दस्तावेजों पर लोन लेकर फरार हो जाता था। 51 कंपनियों के नाम पर करीब 250 बैंक खाते खोले गए थे। बैंकों की डिटेल लेकर हिसाब लगाया तो इसमें 10 अरब से ज्यादा का लेन देन सामने आ रहा है। अलग-अलग कंपनियों के बैंक खातों में राशि जमा कर दूसरे खाते में डलवाई गई, जांच करने में अफसर भी परेशान हो रहे है। हालांंकि अफसरों का मानना है कि राशि डकारने के लिए एक खाते से दूसरे खाते में डलवाई गई जिसके कारण 10 अरब का आंकड़ा आ रहा है, वास्तविक लोन घोटाले की राशि 100-200 करोड़ तक जा सकती है। अभी कई बैंक खातों की जानकारी भी नहीं मिली है।
एसपी के मुुताबिक, सभी आरोपियों के नाम से पौकलेन, जेसीबी जैसी भारी मशीनों दर्ज होने की बात सामने आई है। अभी तक 77 वाहनों की जानकारी मिली जिसमें मध्यप्रदेश के साथ ही यूपी, नागालैैंड, कर्नाटक में रजिस्टर्ड दर्शाया गया। इन गाडिय़ों की आरटीओ से जानकारी ली जा रही है ताकि इन्हें सीज किया जा सके। यह भी देखा जा रहा है कि गाडिय़ों की इंट्री कहीं फर्जी तो नहीं है? अब टीम द्विवेदी की तलाश भी तेज कर रही है।
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