आठ जिला पंचायत सदस्य सहित 85 जनपद सदस्य, 245 सरपंच व 3 हजार 657 पंच के लिए मतदान हुआ। चार ब्लॉक में 807 मतदान केंद्र बनाए गए थे। कुल 3 लाख 32 हजार से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। 77 प्रतिशत वोट पड़े। मतदान को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद की गई थी। चारों ब्लॉक में 1200 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई। साथ ही फॉरेस्ट, रेवेन्यू और होमगार्ड के जवानों को भी तैनात किया गया। हर बूथ पर दो सुरक्षा टीम मौजूद रही।
चार पदों के लिए हुए मतदान –
चुनाव को लेकर प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक पीठासीन अधिकारी एवं 4 मतदान अधिकारी नियुक्त थे। इसी तरह 807 मतदाता केन्द्रों पर एक-एक कर्मचारी अतिरिक्त रूप से नियुक्त किया गया था। इस मर्तबा पंचायतों के आम निर्वाचन प्रत्यक्ष प्रणाली से हुए। ऐसे में एक मतदाता ने चार पद के लिए मतदान किया। जिसमें जिपं सदस्य के लिए गुलाबी, जनपद सदस्य के लिए पीला, सरपंच के लिए नीला व पंच के लिए सफेद मत पत्र था।
चुनाव को लेकर प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक पीठासीन अधिकारी एवं 4 मतदान अधिकारी नियुक्त थे। इसी तरह 807 मतदाता केन्द्रों पर एक-एक कर्मचारी अतिरिक्त रूप से नियुक्त किया गया था। इस मर्तबा पंचायतों के आम निर्वाचन प्रत्यक्ष प्रणाली से हुए। ऐसे में एक मतदाता ने चार पद के लिए मतदान किया। जिसमें जिपं सदस्य के लिए गुलाबी, जनपद सदस्य के लिए पीला, सरपंच के लिए नीला व पंच के लिए सफेद मत पत्र था।
कई केंद्रों पर चली देर रात तक गिनती
दोपहर 3 बजे मतदान समाप्ति के तुरंत बाद पंच व सरपंच प्रत्याशियों के मतों की गिनती शुरू हुई जो देर रात तक चली। हालांकि मतगणना का सारणीकरण एवं निर्वाचन परिणाम की घोषणा 14 जुलाई को की जाएगी। साथ ही जिला पंचायत सदस्यों के परिणाम की घोषणा 15 जुलाई को एक साथ होगी। पार्टी के कार्यकर्ता मतदान केंद्रों पर हुए वोटिंग के आधार गुणा-भाग कर अपने प्रत्याशी की जीत हार का पता किया।
दोपहर 3 बजे मतदान समाप्ति के तुरंत बाद पंच व सरपंच प्रत्याशियों के मतों की गिनती शुरू हुई जो देर रात तक चली। हालांकि मतगणना का सारणीकरण एवं निर्वाचन परिणाम की घोषणा 14 जुलाई को की जाएगी। साथ ही जिला पंचायत सदस्यों के परिणाम की घोषणा 15 जुलाई को एक साथ होगी। पार्टी के कार्यकर्ता मतदान केंद्रों पर हुए वोटिंग के आधार गुणा-भाग कर अपने प्रत्याशी की जीत हार का पता किया।