युवा वर्ग भी ले रहा दिलचस्पी
आजकल पंचायत चुनाव में अधिकांश गावों में युवा वर्ग अपने अलग ही पहचान बनाने लगा है। तो फिर भी वह गांव में क्यों नहीं आएगा गांवों में युवा उम्मीदवार भी इस बार चुनाव में अपनी युवा वर्ग को आकर्षित करने में लगे है, क्योंकि युवा वर्ग में भी राजनीति का अलग ही जोश होता है। इसके लिए गांवों में युवा टोली बनाकर विकास को लेकर भी बाते करते हैं। वहीं कहीं पचायतों में अनुभवी सरपंच भी मैदान में हैं, क्योंकि उनका अनुभव उनके साथ है और गांव में किए गए विकास भी लोगों को दिख रहे हैं।
आजकल पंचायत चुनाव में अधिकांश गावों में युवा वर्ग अपने अलग ही पहचान बनाने लगा है। तो फिर भी वह गांव में क्यों नहीं आएगा गांवों में युवा उम्मीदवार भी इस बार चुनाव में अपनी युवा वर्ग को आकर्षित करने में लगे है, क्योंकि युवा वर्ग में भी राजनीति का अलग ही जोश होता है। इसके लिए गांवों में युवा टोली बनाकर विकास को लेकर भी बाते करते हैं। वहीं कहीं पचायतों में अनुभवी सरपंच भी मैदान में हैं, क्योंकि उनका अनुभव उनके साथ है और गांव में किए गए विकास भी लोगों को दिख रहे हैं।
हर गांव में मास्टरमाइंड
सभी गांव में एक मास्टर माइंड होता है जिसे पता होता है कि चुनाव में जीत कैसे होती है। उन्हें ग्रामीण राजनीतिक वैज्ञानिक भी कहा जाता है। जिसे लंबे समय का चुनावी अनुभव होता है। सभी उम्मीदवार उनके पास जाकर उनके द्वारा दिए जाने वाले आइडिया को अपनाते हैं और जीत भी जाते हैं। कई लोग इसे राजनीतिक आका या गुरु भी कहते हैं जो उनके लिए चुनाव में मेहनत भी करते हैं।
सभी गांव में एक मास्टर माइंड होता है जिसे पता होता है कि चुनाव में जीत कैसे होती है। उन्हें ग्रामीण राजनीतिक वैज्ञानिक भी कहा जाता है। जिसे लंबे समय का चुनावी अनुभव होता है। सभी उम्मीदवार उनके पास जाकर उनके द्वारा दिए जाने वाले आइडिया को अपनाते हैं और जीत भी जाते हैं। कई लोग इसे राजनीतिक आका या गुरु भी कहते हैं जो उनके लिए चुनाव में मेहनत भी करते हैं।