राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त बीपी सिंह ने कल प्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव की भी घोषणा कर दी। साथ ही इंदौर में नगर निगम के साथ आठ नगर परिषद के चुनाव पहले ही चरण में होंगे, जिसे लेकर 11 जून से नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी, जो 18 जून तक चलेगी। 6 जुलाई को मतदान होगा। इससे पहले त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव हैं, जिसके नामांकन की प्रक्रिया 6 जून तक चलेगी। 25 जून को 1217 बूथों पर पंच, सरपंच, जनपद और जिला पंचायत के लिए मतदान होगा।
पंचायत चुनाव को लेकर जिला निर्वाचन की तैयारियां चल रही हैं। 5 हजार कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई, जिसकी एक ट्रेनिंग हो गई है तो दूसरी 14 जून को रखी गई है। मतदान के एक दिन पहले ये दल रवाना होगा जो चुनाव कराकर लौटेगा। इस चुनाव में जिसकी ड्यूटी लगी उसे नगरीय निकाय का चुनाव भी कराना होगा। ऐसा पहली बार होगा कि 11 दिन के अंतराल में इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों को दूसरी बार भी चुनाव कराना पड़ेंगे।
निर्वाचन विभाग को नगर परिषद व नगर निगम के चुनाव में 10 हजार कर्मचारियों की आवश्यकता है। ऐसे में चुनाव कराने लौटने वाले दल को फिर से काम पर लगाने से आसानी हो जाएगी। ये जरूर होगा कि पहला चुनाव दल को मतपत्र से कराने होंगे तो दूसरा चुनाव ईवीएम से होगा। हालांकि निर्वाचन आयोग के नियमानूसार कर्मचारियों को फिर से चुनाव कराए जाने की ट्रेनिंग लेना होगी। देखा जाए तो 11 दिन में उन्हें दो बार चुनाव कराने होंगे।
ऐसा जिला निर्वाचन तो ठीक कर्मचारियों के जीवन में भी पहली बार हो रहा है। 15-15 वार्ड का नामांकन लेंगे एक-एक एसडीओ पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद ग्रामीण क्षेत्र के अफसरों के यहां पर खासी हलचल थी लेकिन शहरी क्षेत्र के अफसर राजस्व के काम कर रहे थे। कल जैसे ही घोषणा हुई अमला चुनावी मोड में आ गया। अफसरों की भी अब ड्यूटी लगाई जा रही है। प्रत्येक एसडीओ को 15-15 वार्डों की ज्मिेदारी सौंपी जाएगी।
कुछ अफसर भी करेंगे डबल ड्यूटी
जून-जुलाई में पंचायत व नगर निगम के चुनाव साथ में आने पर कई अफसरों की मुसीबत बढ़ गई है। कले?टर मनीष सिंह, अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर, सहायक निर्वाचन अधिकारी प्रतुल्ल सिन्हा व मुनीष सिकरवार को पूरे समय लगे रहना पड़ेगा। इधर, एसडीओ अंशुल खरे के साथ में देपालपुर, महू और सांवेर के एसडीओ को दोनों चुनाव में काम करना पड़ेगा। उनकी तहसील में पंचायत क्षेत्र के अलावा नगर परिषद भी है, जिसमें चुनाव होना है।
जून-जुलाई में पंचायत व नगर निगम के चुनाव साथ में आने पर कई अफसरों की मुसीबत बढ़ गई है। कले?टर मनीष सिंह, अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर, सहायक निर्वाचन अधिकारी प्रतुल्ल सिन्हा व मुनीष सिकरवार को पूरे समय लगे रहना पड़ेगा। इधर, एसडीओ अंशुल खरे के साथ में देपालपुर, महू और सांवेर के एसडीओ को दोनों चुनाव में काम करना पड़ेगा। उनकी तहसील में पंचायत क्षेत्र के अलावा नगर परिषद भी है, जिसमें चुनाव होना है।
हजारों में लगेगा पुलिस बल
चुनाव कराने वाले दल के अलावा पुलिस की ड्यूटी बूथों पर लगेगी। स्थानीय निकाय चुनाव होने की वजह से आपसी खींचतान की संभावनाएं अधिक रहती हैं, जिसके चलते जिला निर्वाचन ने पहले ही पुलिस अफसरों को भारी पुलिस बल उपल?ध कराने का बोल दिया है। इसके अलावा पेट्रोलिंग करने वालों की संख्या भी काफी होगी जो माहौल को खराब नहीं होने देगी।
चुनाव कराने वाले दल के अलावा पुलिस की ड्यूटी बूथों पर लगेगी। स्थानीय निकाय चुनाव होने की वजह से आपसी खींचतान की संभावनाएं अधिक रहती हैं, जिसके चलते जिला निर्वाचन ने पहले ही पुलिस अफसरों को भारी पुलिस बल उपल?ध कराने का बोल दिया है। इसके अलावा पेट्रोलिंग करने वालों की संख्या भी काफी होगी जो माहौल को खराब नहीं होने देगी।
ये है बूथों की संख्या
नगर निगम
2250
नगर परिषद
186
जिला पंचायत
1217
नगर निगम
2250
नगर परिषद
186
जिला पंचायत
1217