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कंपनी की शिकायत पर पुलिस ने की छापेमारी
लोकल कपड़ों पर नामी कंपनी का लोगो लगाकर बेचने का काम इतने बड़े पैमाने पर चल रहा था कि, खुद नामी कंपनी ने इसकी पड़ताल कर पुलिस में शिकायत की थी। कंपनी के सूत्रों की माने तो, शहर में चल रही इस काला बाजारी से कंपनी का नाम तो बदनाम हुआ ही होगा, क्योंकि बेचे जा रहे कपडों की क्वालिटी खराब थी। साथ ही, बिजनस लॉस भी हुआ। क्योंकि, ब्रांडेड कपड़ों में कम ही मार्जिन होता है, लेकिन लोकल कपड़ों में अधिक मार्जिन भी होता है, फिर ग्राहक को भी कंपनी के कपड़ों से थोड़े कम दामों पर कपड़े मिल जाते थे, तो ग्राहक भी खुश हो जाता था, लेकिन ये सीधे तौर पर ग्राहकों के साथ धोखा है।
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छापामारी में जब्त किये गए कंपनी का लोगो लगे कई नकली कपड़े
पुलिस ने कंपनी के मेनेजर नीरज कुमार की शिकायत पर शहर के पड़े रेडीमेट कपड़ा व्यापारी श्रीराम भदौरिया, हैप्पी अरेरा और अंसार अहमद के खिलाफ कॉपी राइट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। बता दें कि, शहर के ब्रांड वर्ल्ड शोरुम पर पुलिस ने छापा मारी की थी। इस शोरूम का मालिक अंसार है और श्रीराम मेनेजर है। इनका कनाड़िया इलाके में कपड़ा भंडारण गोडाउन है, जिसे हैप्पी संभालता है। शोरूम के साथ साथ पुलिस ने गोडाउन की भी जांच की, जहां बड़ी मात्रा में लोकल कपड़ों पर कंपनी का लोगो लगाया जा रहा था। पुलिस ने यहां से भारी मात्रा में कपड़े जब्त किये हैं। साथ ही, तीनो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को आशंका है कि, पूछताछ में आरोपियों से कपड़ों की बड़ी कालाबाजारी का खुलासा हो सकता है।