scriptनौवीं बार चुनाव लडऩे को तैयार लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन | Lok Sabha Elections 2019 : Sumitra Mahajan Will fight again | Patrika News

नौवीं बार चुनाव लडऩे को तैयार लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन

locationइंदौरPublished: Dec 24, 2018 10:47:40 am

Submitted by:

Mohit Panchal

दीनदयाल भवन पहुंचकर दिए संकेत, जनवरी में मंडल व वार्ड स्तर की लेंगीं बैठक

sumitra mahajan

नौवीं बार चुनाव लडऩे को तैयार लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन

इंदौर। आठ बार से लोकसभा में इंदौर का प्रतिनिधित्व करने वाली सुमित्रा महाजन (ताई) एक बार फिर मैदान में उतरने की तैयारी में हैं। वे नौंवी बार अपना भाग्य आजमाकर अपना नाम इतिहास के पन्नों पर दर्ज कराएंगीं। दो दिन पहले दीनदयाल भवन पहुंचकर उन्होंने चुनाव लडऩे के संकेत दे दिए हैं। नए साल में मंडल से वार्ड स्तर पर बैठक लेंगी, जिसकी योजना बनाई जा रही है।
विधानसभा चुनाव खत्म होते ही निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इसके साथ में भाजपा व कांग्रेस बिसात जमाने में लग गई है। भाजपा ने संभागवार दो दिनी बैठकों का सिलसिला शुरू करके अपने मूल संगठन के साथ में मोर्चा प्रकोष्ठों को भी विधानसभा चुनाव के हार का गम भुलाकर काम पर लगने का मूल मंत्र दे दिया।
पार्टी कोई जोखिम लेना नहीं चाहती है ताकि प्रदेश के चुनाव जैसी कोई परिस्थिति फिर बने। इसके साथ लोकसभा की सबसे ऊंची आसंदी पर बैठने वाली अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी तैयारियों में जुट गई हैं। दो दिन पहले दीनदयाल भवन में पहुंचकर ताई ने इसके साफ संकेत दे दिए।
संभागीय बैठक में शामिल होने के बाद में उन्होंने बंद कमरे में संगठन मंत्री जयपालसिंह चावड़ा व अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा से बात की। उसके अलावा उन्होंने नगर निगम के संपत्तिकर के नोटिस को लेकर निगमायुक्त आशीष सिंह को भी तलब किया।
अब संगठनात्मक पकड़ को मजबूत करने के लिए वे कार्यकर्ताओं के बीच जाने की तैयारी कर रही हैं। जनवरी में शहर के सभी 18 मंडल व 85 वार्डों की बैठकें लेने की योजना बनाई जा रही है। उसके अलावा ताई सामाजिक संगठनों से भी बात करेंगी ताकि किसी की राजी नाराजगी हो तो समय से पहले दूर की जा सके।

कांग्रेस सरकार की होगी घेराबंदी
विधानसभा चुनाव में इंदौर लोकसभा की सभी ग्रामीण सीट भाजपा हार गई। ताई के लिए सबसे बड़ा चिंता का विषय वही है, क्योंकि सांवेर व राऊ में उनकी पसंद से टिकट दिए गए थे। देपालपुर में मनोज पटेल से भी उनके अ’छे ताल्लुक हैं। तीनों विधानसभाओं को लेकर अलग से रणनीति बनाई जाएगी।
ताई ने अपने से जुड़े ग्रामीण क्षेत्र के नेताओं को साफ कर दिया कि कमलनाथ सरकार की घेराबंदी का कोई भी मौका नहीं चुकाना चाहिए। ग्रामीण नेता अब उन किसानों की सूची निकाल रहे हैं, जिनका कर्ज माफ नहीं हुआ। इसके अलावा कांग्रेस सरकार आते ही खड़ी हुई यूरिया और बिजली की समस्या को लेकर भी घेराबंदी का प्रयास करेंगे।
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