वास्तविकता में एक नंबर विधानसभा की जीत दो नंबर पर भारी है। विधायक रमेश मेंदोला के यहां से लालवानी १ लाख ३ हजार २१ वोटों से चुनाव जीते यानी ३३८ वोट ज्यादा हैं। अब बात करें तो दो नंबर से ज्यादा विपरीत परिस्थिति एक नंबर की है। यहां मुस्लिम वार्ड चंदन नगर वार्ड से लालवानी ११ हजार ५०० वोटों से हारे तो बड़वाली चौकी वार्ड का आंकड़ा भी ८ हजार से अधिक ही रहा। कुल मिलाकर २० हजार का गड्ढा तो यंू ही सामने आ गया, जबकि दो नंबर में मुस्लिम बाहुल्य वार्ड ही नहीं हैं। इस मायने में देखा जाए तो दो नंबरी लीड पर एक नंबर की जीत भारी है।
विधानसभा चुनाव के बाद एक नंबर भाजपा में जमीन-आसमान का अंतर आ गया। पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता के विरोधी जो पांच साल से लूप लाइन में थे, वे मुख्य धारा में आ गए। पूर्व विधायक की टीम के साथ वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन, निरंजनसिंह चौहान, भगवती शर्मा, दिनेश शुक्ला, सुभाष परमार व राजेंद्र शुक्ला सहित कई नेता दमदारी से मैदान में थे। इधर, संगठन की कमान राजेश शर्मा, विजय बिंजवा और रमाकांत गुप्ता ने संभाल रखी थी, तो छह माह बाद होने वाले नगर निगम चुनाव की वजह से पार्षद भी दमदारी से लगे हुए थे।
कल शाम जीत के लिए राजबाड़ा पहुंचने के लिए पूर्व विधायक गुप्ता ने राजमोहल्ला पर सबको इक_ा होने की सूचना दी थी। वहीं, विरोधी खेमा भाजयुमो के बैनर तले बड़ा गणपति पर इक_ा हो गया, जिसमें दिनेश शुक्ला, अमरदीप मोर्य, चांदू, सुभाष परमार, भगवती शर्मा, राजेश शर्मा व मोर्चा मंडल अध्यक्ष सतीश बैरागी प्रमुख थे। जमकर आतिशबाजी की गई और बाद में वे सीधे राजबाड़ा पहुंचे।