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VIDEO : आबकारी सहआयुक्त पर लोकायुक्त छापा, मिली दो हवेली और सोना, विदेश एक्सपोर्ट कर रहे थे फल

locationइंदौरPublished: Oct 15, 2019 11:29:15 am

Submitted by:

Mohit Panchal

इंदौर में संपत्ति की तलाश, रायसेन, छतरपुर व भोपाल में मिली करोड़ों की संपत्ति
रायसेन में 20 एकड़ का फार्म हाऊस तो छतरपुर ३६ एकड़ का फार्म हाउस
10 तोला सोना, 6 प्लॉट, इंदौर व भोपाल में एक एक फ्लैट के साथ 3 लाख नकद मिले

VIDEO : आबकारी सहआयुक्त पर लोकायुक्त छापा, मिली दो हवेली और सोना, विदेश एक्सपोर्ट कर रहे थे फल

VIDEO : आबकारी सहआयुक्त पर लोकायुक्त छापा, मिली दो हवेली और सोना, विदेश एक्सपोर्ट कर रहे थे फल

इंदौर. इंदौर के सहायक आबकारी आयुक्त आलोक कुमार खरे के कई ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस ने छापा मार कार्रवाई की है। इंदौर, भोपाल, रायसेन और छतरपुर समेत कई ठिकानों पर 5 टीम एक साथ जांच करने पहुंची। रायसेन में 20 एकड़ का फार्म हाऊस तो छतरपुर 36 एकड़ का फार्म हाउस मिला तो बड़ी मात्रा में नकद मिलने की भी चर्चा है। इंदौर में जांच करने पहुंची टीम को फ्लैट पर ताला मिला, जिसके चलते कलेक्टोरेट स्थित कार्यालय पर जांच करेंगे।
भोपाल लोकायुक्त को पिछले दिनों गोपनीय तौर पर इंदौर में पदस्थ पदस्थ सहायक आबकारी आयुक्त आलोक खरे की मय प्रमाण के शिकायत की थी। बताया गया था कि खरे ने आय से अधिक संपत्ति अर्जीत की है। भोपाल लोकायुक्त के निर्देश पर सागर की टीम ने छतरपुर, रायसेन, इंदौर और भोपाल सहित पांच स्थानों पर छापामार कार्रवाई की। खरे के पिता लालसिंह खरे के छतरपुर स्थिति सीनिट्स कॉलोनी में लोकायुक्त डीएसपी नवीन अवस्थी की टीम पहुंची। यहां पर जांच के दौरान 10 तोला सोना, 6 प्लॉट, इंदौर व भोपाल में एक एक फ्लैट के साथ 3 लाख नकद मिले। इसके टीम ने लैपटाप भी जब्त किया है ताकि अन्य संपत्तियों की जानकारी भी मिल सके।
VIDEO : आबकारी सहआयुक्त पर लोकायुक्त छापा, मिली दो हवेली और सोना, विदेश एक्सपोर्ट कर रहे थे फल
रायसेन में 36 एकड़ का फॉर्म हाऊस

इसके अलावा एक टीम रायसेनी भी पहुंची। यहां पर चौपड़ मोहल्ला स्थित मासेर रोड पर 36 एकड़ का फॉर्म हाऊस मिला जिस पर 5 लाख रुपए नकद भी मिले है। यहां से 12 किलोमिटर दूर डाबर इमलिया गांव में 25 एकड़ का फॉर्म हाउस है। दोनों ही जगहों पर फलों की खेती की जा रही थी। ये फल विदेश एक्सपोर्ट किए जा रहे हैं। इसके अलावा दोनों जगहों पर बड़ी हवेली बनी हुई थी। रायसेन की संपत्ति खरे की पत्त्नी के नाम पर है जिसका बकायदा इनकम टैक्स में भी उल्लेख मिल रहा है। लोकायुक्त की टीम ने दोनों ही जगहों पर जमीन के आकलन को लेकर तहसीलदार को मय पटवारी टीम के बुलाया।
फ्लैट पर लगा था ताला, खाली हाथ लौटी टीम

लोकायुक्त की टीम ने इंदौर के ग्रेंड एक्सओटिका स्थित खरे के फ्लैट पर छापा मारा लेकिन मौके पर ताला मिला होने की वजह से दल को खाली हाथ लौटना पड़ा। जानकारी मिली थी कि यहां पर वे किराए से रह रहे हैं। फ्लैट पर ताला लगा होने के बाद दल आज दोपहर में कलेक्टोरेट स्थित आबकारी विभाग के कार्यालय पर पहुंचेगा। वहां पर जांच जांच की जाएंगी। इसी प्रकार भोपाल में भी कुछ जगहों पर छापामार कार्रवाई की गई है। खरे का एक फ्लैट भोपाल में भी है जहां पर उनका परिवार रहता है। संपत्ति को देखते हुए लोकायुक्त पुलिस का अनुमान करोड़ों रुपए में है।
चार दिन रहते हैं इंदौर में

करीब डेढ साल पहले खरे का इंदौर में तबादला हुआ था। तब उन्होंने फ्लैट किराए पर लिया था लेकिन वे सप्ताह में चार दिन ही इंदौर रहते हैं। सोमवार को इंदौर आने के बाद गुरुवार तक रहते थे। शुक्रवार के दिन वे भोपाल रवाना हो जाते थे जो सोमवार की सुबह लौटते थे। चुंकि जब से जिला प्रशासन ने बार व होटलों की जांच की मुहिम शुरू की तब से उन्हें रुकना पड़ रहा था।
पुराने अफसरों की भूमिका संदिग्ध

सूत्रों के मुताबिक लोकायुक्त की छापामार कार्रवाई में एक पूर्व सहायक आबकारी आयुक्त की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। वे इंदौर आने का लंबे समय से प्रयास कर रहे है लेकिन खरे की पकड़ मजबूत होने की वजह से उनकी दाल नहीं गल रही थी। इसके चलते अफसर ने खरे की संपत्ति की रेकी कराई और सारे दस्तावेज लोकायुक्त पुलिस को अप्रत्यक्ष तौर पर उपलब्ध कराए।

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