scriptआबकारी अधिकारी पर लोकायुक्त का छापा, 500 करोड़ की बेनामी संपत्ति मिली | lokayukta raid in indore district excise officer | Patrika News

आबकारी अधिकारी पर लोकायुक्त का छापा, 500 करोड़ की बेनामी संपत्ति मिली

locationइंदौरPublished: Apr 27, 2018 11:31:17 am

Submitted by:

Mohit Panchal

उज्जैन लोकायुक्त की साझा कार्रवाई में हुआ खुलासा, कई बेनामी संपत्तियों का चल सकता है पता, छह टीमें बनाई गईं

lokayukt raid
इंदौर. चंद्रावत के घर लोकायुक्त की यह कार्रवाई एक शिकायत के मामले में की गई। भोपाल से ऑर्डर होने के बाद लोकायुक्त की छह टीमें बनाई गईं और सभी टीमें सुबह एक साथ एक्शन में आईं। इंदौर की टीम का नेतृत्व एसपी दिलीप सोनी कर रहे हैं। कालूखेड़ा में इंदौर डीएसपी प्रवीणसिंह बघेल व उज्जैन डीएसपी शैलेंद्र ठाकुर के नेतृत्व में टीम गई।
lokayukt raid
खंगाल रहे हैं दस्तावेज
चंद्रावत के इंदौर में चार घर हैं, जिसमें स्कीम 74-सी में 34-बीजी कालूखेड़ा हाउस के नाम से है। इसके अलावा पेट्रोल पंप, कालूखेड़ा में पैतृक महल, जावरा में वेयर हाउस, गाडिय़ां और संपत्तियों की रजिस्ट्रियां, दस्तावेज, बैंक खातों और लॉकर की जानकारी मिली हैं। सोनी ने बताया कि आज पूरा दिन जांच-पड़ताल चलेगी।
केंद्रीय मंत्री आए थे शोरूम उद्घाटन में
खुलासा हुआ कि सत्य साई स्कूल के सामने एक विदेश महंगी बाइक का शोरूम चंद्रावत का है। उसके उद्घाटन में केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर परिवार के साथ आए थे। कई भाजपा नेताओं को बुलाया गया था। वहीं, तोमर ने भी बाइक पर बैठकर फोटों खिंचवाए थे।
सी- 21 के सामने ऑफिस से चलाता था कारोबार
छापामार कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त पुलिस को कई जानकारियां मिली कि चंद्रावत की बैठक सी-२१ माल के सामने निलेश पंजवानी के यहां पर है। लोकायुक्त को मिली जानकारी के हिसाब से चंद्रावत का सारा कामकाज पंजवानी ही संभालता है। चंद्रावत धार में पदस्थ है, जिसके चलते उन्होंने पंजवानी को वहां की शराब दुकानों के ठेके भी दिलाए। इस खेल में वहीं पदस्थ एक ओर आबकारी अधिकारी भी शामिल है। पार्टनरी होने की भी चर्चाएं हैं। तीनों ने मिलकर इंदौर में कई संपत्तियां खरीद रखी हंै, जिन्हें किराए पर दिया गया। यह तलाश की जा रही है कि वह खुद के नाम पर हैं या अन्य लोगों के नाम पर खरीदी गई। एबी रोड पर यह ग्रुप एक बड़ी बिल्डिंग का प्रोजेक्ट भी तैयार कर रहा है। मौका आने पर लोकायुक्त तीनों के संबंध जोडऩे के लिए कॉल डिटेल भी निकालेंगी।
lokayukt raid
आयकर ने दिया था नोटिस
चंद्रावत की तेजी से बढ़ती हुई संपत्ति पर आयकर विभाग की भी नजर थी। विभाग उन्हें अब तक चार से पांच नोटिस थमा चुका है, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया। संभावना है कि लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद आयकर विभाग भी अपना शिकंजा कस सकता है।
डायरी में भाजपा नेता का नाम
लोकायुक्त पुलिस को छापामार कार्रवाई के दौरान कुछ दस्तावेज हाथ लगे हैं। उन दस्तावेजों में धार से जुड़े भाजपा के कई बड़े नेताओं के नाम हैं, जिनसे चंद्रावत का लेनदेन भी लिखा हुआ है। लोकायुक्त पुलिस ने डायरी को अपने कब्जे में ले लिया है।
पिता की शहादत पर मिला था पेट्रोल पंप, पत्नी के नाम भी
पेट्रोल पंप विजय नगर में सयाजी चौराहे पर है, यह आबकारी अधिकारी पराक्रम के पिता नरेंद्रसिंह चंद्रावत के नाम से आवंटित हुआ था। वे महू में टीआई थे और एक गुंडे ने उनकी हत्या कर दी थी। स्टार चौराहे पर भी पेट्रोल पंप है, जो पत्नी के नाम पर है।
पूर्व मंत्री का भतीजा…
चंद्रावत पूर्व मंत्री महेंद्रसिंह कालूखेड़ा के भतीजे हैं। वे धार में जिला आबकारी अधिकारी हैं। उनका परिवार कालूखेड़ा का रियासतदार है। वहां उनका पैतृक निवास महल के रूप में है। छापे के दौरान जब लोकायुक्त की एक टीम कालूखेड़ा पहुंची तो वहां सैकड़ों एकड़ में फैला महल और विलासिता के संसाधन देखकर दंग रह गई।
पीएस को बदलना पड़ा था फैसला
ठेका ना होने के कारण पीएस मनोज श्रीवास्तव ने चंद्रावत को पिछले साल जिला आबकारी पद से हटा दिया था। केंद्र के दो राजपूत मंत्रियों का दबाव आ गया और सीएम के साथ आबकारी मंत्री के दबाव के बाद पीएस को अपना फैसला बदलना पड़ा और चंद्रावत दोबारा उसी पद पर आ गए। उन्होंने पिछले साल बिना अनुमति विदेश यात्रा भी की थी, इस मामले में भी कार्रवाई नहीं हुई। दिग्विजयसिंह के कार्यकाल में हुई इनकी नियुक्ति पर भी हमेशा सवाल उठते रहे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो