चोरल क्षेत्र की सेंडल, कुलथाना व राजपुरा पंचायत के अधिकांश क्षेत्र मोबाइल नेटवर्क की पहुंच से दूर हैं। या यहां मोबाइल नेटवर्क आता-जाता रहता है। मोबाइल कवरेज नहीं होने से चुनाव में भी प्रशासन को यहां समस्याओं का सामना करना पड़ता है। खासकर मतदान के प्रतिशत की लागतार जानकारी लेने में दिक्कत आती है। जिसे लेकर प्रशासन की ओर से इन क्षेत्रों के करीब आठ मतदान केंद्रों पर रनर नियुक्तहुए हैं। जिनका काम रहेगा कि हर दो घंटे बाद मोबाइल नेटवर्क कवरेज में आकर कंट्रोल रूप तक मतदान प्रतिशत को अपडेट करना। जिसमें दो-तीन केंद्र ऐसे हैं, जहां २०० से ३०० मीटर दूर टीले पर मोबाइल नेटवर्क मिल जाते हैं और संबंधित रनर भी टीले पर पहुंचकर जानकारी अपडेट करेगा। दो-तीन केंद्र ऐसे हैं, जहां से दो से तीन किमी दूर मोबाइल नेटवर्क मिलते हैं। ऐसे में रनर बाइक पर सवार होकर हर दो घंटे में आना-जाना करेगा।
पता है कहां नेटवर्क मिलता है, कहां नहीं
पता है कहां नेटवर्क मिलता है, कहां नहीं
रनर की जिम्मेदारी पंचायत सचिवों व ग्राम रोजगार सहायकों को सौंपी गई। जिन्हें पता है कि गांव में मोबाइल नेटवर्क कहां मिलता है। चोरल क्षेत्र में नियुक्त एक रनर ने बताया, हमें सारे स्थान पता हैं, कि कहां नेटवर्क मिलता है और कहां नहीं। बीते विधानसभा चुनावों में भी यह जिम्मेदारी संभाली थी, इसलिए कोई दिक्कत नहीं है।