बिल्डर महेश ने बताया कि शादी के लिए उसने 21 अप्रैल को शादी की एक बेबसाइट पर अपनी प्रोफाइल बनाई थी। तीन महीने की एडवाइजरी सर्विस भी ली और 23 मई को ऊषा नाम की एक महिला की शादी के लिए प्रस्ताव आया। महिला ने खुद को अमेरिका के लॉस एंजलिस के निजी अस्पताल की डॉक्टर बताया। 15 दिनों तक दोनों की फोन और सोशल मीडिया के माध्यम से बातें भी हुईं। विदेशी नंबर से महिला ही अक्सर कॉल करती थी। महिला ने महेश के परिवार की जानकारी ली और कहा कि उसकी फ्रोफाइल उसे बेहद पसंद आई है और जल्द शादी करना चाहती है। उसने अमेरिका से अपना ड्राइविंग लाइसेंस भी भेजा और बताया कि वह हर महीने 50 लाख रुपए कमाती है। जून में महिला ने कहा वह 6 महीने के लिए भारत आ रही है और उसने अपनी एयर टिकिट भी भेजी।
बिल्डर ने बताया कि महिला का फोन आया कि वह दिल्ली में फंस गई है। अमेरिका से 86 हजार डॉलर लेकर आई है लेकिन सुरक्षा कारणों से रिलीज नहीं किया जा रहा है। किसी स्थानीय खाते में पैसे ट्रांसफर करने होंगे और भारत में उसका कई परिचित नहीं है। महेश को अपना ररिश्तेदार बताकर वो महेश के खाते में पैसा ट्रांसफर करवा रही है।
महेश ने बताया कि कस्टम वालों का फोन आया कि आपकी रिश्तेदार ऊषा सिंह फंस गईं है। उसकी मदद के बहाने टैक्स के रूप में उन्होंने महेश के 6.76 लाख रुपए वसूल लिए और फिर 2.25 लाख रुपए मांगे। जब महेश ने पैसे देने से इनकार क दिया तो युवती ने फोन उठाना बंद कर दिया है।