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पति के बाद 25 साल के बेटे को खो दिया, फिर भी हारी नहीं, 420 से 36 रु. पर पहुंचे शेयर को 1000 तक पहुंचा दिया

locationइंदौरPublished: Jan 18, 2020 11:01:16 am

आइएमए कॉन्क्लेव

थर्मेक्स लि. की अनु आगा को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
उन्होंने कहा – जीवन में ऊंचाइयों पर पहुंचने से ज्यादा जरूरी है रिश्तों और खुद को महत्व देना
सबकुछ भूल चुके लकवाग्रस्त पति को दोबारा एबीसीडी सिखाकर की थी नई शुरुआत

 

पति के बाद 25 साल के बेटे को खो दिया, फिर भी हारी नहीं, 420 से 36 रु. पर पहुंचे शेयर को 1000 तक पहुंचा दिया

पति के बाद 25 साल के बेटे को खो दिया, फिर भी हारी नहीं, 420 से 36 रु. पर पहुंचे शेयर को 1000 तक पहुंचा दिया

इंदौर. सफलता का मतलब मेरे लिए जीवन को पूरी तरह से जीना है। जीवन में ऊंचाइयों को छूने से भी अधिक महत्वपूर्ण है आर्ट ऑफ लिविंग। युवाओं को समझना होगा कि भौतिक चीजों से अधिक महत्वपूर्ण होता है कि हमने खुद को कितना बेहतर ढंग से जाना और समझा है। हम अगर लोगों और रिश्तों से अधिक चीजों को प्रेम करते है तो अधिक खुश नहीं रह पाएंगे। हमें रिश्तों से प्रेम करना होगा। मेरे पति रोहिन्टन आगा एक बेहद अच्छे एंटरप्रेन्योर थे।
40 की उम्र में उन्हें मैसिव हार्ट अटैक आया। हम बायपास सर्जरी के लिए यूके गए। सर्जरी के दूसरे दिन उन्हें स्ट्रोक आया। उस वक्त वे मुझे भी नहीं पहचान पाते थे। लिखना-पढऩा भूल गए थे। डॉक्टर्स ने कहा, मेरे पति कभी पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाएंगे। हमने शुरू से आरंभ किया और दो साल में वे ठीक हो गए। उस वक्त समझ आया एक ब्लड क्लॉट आपका सारा ज्ञान खत्म कर सकता है। जिंदगी में कुछ भी स्थायी नहीं होता है, लेकिन आपको खुद पर भरोसा होना जरूरी है। यह बात शुक्रवार को इंदौर मैनेजमेंट एसोसिएशन (आइएमए) के २९वें इंटरनेशनल मैनेजमेंट कॉन्क्लेव में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित की गई थर्मेक्स की फॉर्मर चेयरपर्सन पद्मश्री अनु आगा ने कही। कॉन्क्लेव की थीम फाइव ट्रिलियन डॉलर इकॉनोमी- विजन टू रियलटी है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गजों ने अपनी राय रखी।
अनु ने कहा, अपने जीवन से दूसरी सबसे बड़ी सीख जो मिली वह यह कि हमें अपनी सेहत को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। फिजिकल के साथ इमोशनल और स्प्रिचुअल हेल्थ दोनों पर ध्यान दिया जाना चाहिए। स्ट्रोक ने मुझे समझाया कि सफलता सिर्फ टॉप पर पहुंचना नहीं होता, बल्कि रिश्तों और जिंदगी को बेहतर ढंग से जीना होता है।
1995 में मैसिव अटैक में पति की मृत्यु हो गई। हमारे शेयर 420 रुपए से गिरकर 36 रुपए पर पहुंच गए। उस वक्त कई नकारात्मक बातें आईं, लेकिन मैंने हार नहीं मानी और कंपनी को पुन: स्थापित किया। पति की मौते के 14 महीने बाद मेरे बेटे की 25 साल की उम्र में मृत्यु हो गई। उस वक्त मेरे लिए सबसे कठिन था जीवन में मृत्यु के सच को स्वीकार करना। इसके लिए मैंने विपश्यना का कोर्स किया। उस वक्त मुझे समझ आया कि मृत्यु निश्चित है लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि हमने जीवन को जिया कितना है। मैं हमेशा सोशल वर्क से जुड़ी रही। अभी तक अपनी कंपनी के प्रॉफिट का 30 प्रतिशत हिस्सा सोशल वर्क के लिए देते थे, जो भविष्य में ५० प्रतिशत तक किया जाएगा। कार्यक्रम में उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दिया गया।
पति के बाद 25 साल के बेटे को खो दिया, फिर भी हारी नहीं, 420 से 36 रु. पर पहुंचे शेयर को 1000 तक पहुंचा दिया
क्वालिटी एजुकेशन के लिए किया जाए काम

हमने 2011 में 14 बिलियन यूएस डॉलर का सहयोग जीडीपी में दिया है। भारत में 40 प्रतिशत लोग ऑनलाइन हैं और वन बिलियन यूनिक कनेक्शन हैं। ऑनलाइन लोगों की संख्या में हम सिर्फ चाइना से पीछे हैं। हमारा लक्ष्य इंटरनेट को प्रोडक्टिव और कंस्ट्रक्टिव रूप से प्रयोग में लाने की दिशा में काम करना है। अगर गर्वमेंट पॉलिसी को साधारण भाषा में वीडियो फॉर्मेट में लोगों तक पहुंचाया जाए तो ये काफी फायदेमंद होगा। शिक्षा के क्षेत्र में भी इसका काफी बेहतर प्रयोग कर क्वालिटी एजुकेशन उपलब्ध करवा सकें। फाइन ट्रिलियन इकोनॉमी में स्मॉल बिजनेस का काफी अहम योगदान रहेगा।
-सुबी चतुर्वेदी, मैनेजिंग डायरेक्टर, टिक-टॉक फॉर गुड

9 प्रतिशत हो जीडीपी ग्रोथ

अभी हमारी जीडीपी ग्रोथ है साढ़े चार प्रतिशत है। हमारा डोमेस्टिक सेलिंग 30 प्रतिशत और इन्वेस्टमेंट दर 32.5प्रतिशत है। अगर हमें 5 ट्रिलियन इकोनॉमी पर पहुंचना है तो जीडीपी ग्रोथ 8 से 9 प्रतिशत होनी चाहिए। डोमेस्टिक सेलिंग 39 से 40 प्रतिशत और इंवेस्टमेंट रेट करीब 41 प्रतिशत होना चाहिए। इसके लिए इवेंस्टमेंट इन इन्फ्रास्ट्रक्चर और इंटलेक्चुअल कैपिटल पर फोकस करना होगा। इसके अलावा एमएसएमई सेक्टर पर फोकस किया जाना चाहिए।
प्रो. हिमांशु राय, डायरेक्टर आइआइएम इंदौर

80 प्रतिशत साइब क्राइम का कारण हमारा लालच

अगर साइबर क्राइम का विश्लेषण किया जाए तो ८० प्रतिशत साइबर क्राइम का कारण हमारा लालच होता है। हैकर्स कई तरह के प्रलोभन देते हैं और लोग इससे प्रभावित हो जाते हैं। १० प्रतिशत लोगों की लापरवाही और १० प्रतिशत क्राइम का कारण भय है। मेरी युवाओं को सलाह है कि फेसबुक से ज्यादा समय लिंक्डइन को दें, यह उनके लिए फायदमेंद होगा। आने वाले समय में एक सामान्य से दिखने वाले माउस के आपका सारा डाटा हैक कर लिया जाएगा।
-राहुल त्यागी, को-फाउंडर ल्यूसिडियस टेक

इंदौर में बेहतर इंफ्रास्टक्चर : हमीद

इसके अलावा कार्यक्रम में फेडरल बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर एंड एग्जीक्यूटिव ऑफिसर श्याम श्रीवास्तव, यस बैंक की ग्रुप प्रेसीडेंट शुबधा राव ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में सिप्ला के नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन वायके हमीद विशेष रूप से उपस्थित थे। उन्होंने कहा, इंदौर में फार्मा इंडस्ट्री की ग्रोथ को लेकर काफी अवसर हैं। इंदौर के पास बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर है और उन्हेम केमिकल प्लांट को लेकर काम करना चाहिए। इसे गर्वमेंट पॉलिसी मेकिंग में इंडस्ट्रीज को भी जोडऩा चाहिए।

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