शहर और मोर्चा संगठन के पदाधिकारियों ने तवज्जो न मिलने पर जताई नाराजगी, अध्यक्ष की कार्यशैली पर उठाए सवाल
Indore News : कांग्रेस संगठन प्रभारी के सामने शिकायतों का अंबार
इंदौर. मध्य प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी व वरिष्ठ उपाध्यक्ष सीपी शेखर के सामने मोर्चा संगठन के पदाधिकारियों ने शिकायतों की झड़ी लगा दी। इनमें शहर कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता भी शामिल थे। नगर निगम चुनाव के चलते तवज्जो और जिम्मेदारी न मिलने को लेकर नाराजगी अलग जताई। साथ ही शहर कांग्रेस अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल अलग खड़े किए गए। इतना ही नहीं चुनाव के चलते ब्लॉक और मंडलम् अध्यक्ष सहित सेक्टर प्रभारियों के काम न करने की पोल खोल दी।
नगर निगम चुनाव के चलते कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पार्टी का कोई बड़ा नेता अभी तक नहीं आया है, जबकि भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री से लेकर केंद्रीय मत्री सहित अन्य कई नेता इंदौर आकर चल गए हैं। कांग्रेस में महापौर और पार्षद प्रत्यशी खुद ही चुनाव जीतने के लिए किला लड़ा रहे हैं, क्योंकि उन्हें स्थानीय संगठन यानी शहर कांग्रेस कमेटी की तरफ से कोई मदद नहीं मिल रही है। ऐसे में प्रत्याशियों के लिए मुसीबत खड़ी होती जा रही है। इधर, इंदौर में कांग्रेस की क्या स्थिति है इसको जानने के लिए प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने अपने करीबी और प्रदेश कांग्रेस संगठन प्रभारी सीपी शेखर को भेजा है, जिन्होंने पार्षद प्रत्याशियों के वार्डों में पहुंचकर चुनाव संबंधित गतिविधियों को देखने के साथ नेताओं से चर्चा की।
इसके अलावा उन्होंने अपने घर पर कांग्रेस से जुड़े मोर्चा संगठन और शहर कांग्रेस पदाधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस मोर्चा संगठन के प्रभारी देवेंद्र सिंह यादव, शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष जया तिवारी, शहर कांग्रेस प्रवक्ता अमित चौरसिया, विवेक खंडेलवाल, पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के शहर अध्यक्ष राजेश यादव, लोकसूचना प्रकोष्ठ के अध्यक्ष गिरीश जोशी, चंदू अग्रवाल, अरविंद जोशी, तेजप्रकाश राणे और गायत्री तिवारी आदि मौजूद थे। इन्होंने संगठन प्रभारी शेखर के सामने शिकायतों की झड़ी लगा दी।
नहीं मिल रही तवज्जो कांग्रेस से जुड़े मोर्चा संगठन और शहर कांग्रेस पदाधिकारियों का कहना था कि नगर निगम चुनाव चल रहे हैं, लेकिन नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं को न तो तवज्जो दी जा रही और न ही कोई ज्मिमेदारी। कांग्रेस से जुड़े कई नेता और कर्याकर्ता घर बैठे हैं। इनको मनाकर अभी तक काम पर नहीं लगाया गया है । प्रत्याशी तो अच्छा चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन शहर कांग्रेस कमेटी उनकी मदद नहीं कर रही और न ही पदाधिकारियों को कोई जिम्मेदारी दे रही है। सब अपने-अपने स्तर पर प्रत्याशियों की मदद कर रहे हैं। कई कमजोर वार्ड हैं। इतना ही नहीं चुनाव के चलते ब्लॉक और मंडलम् अध्यक्ष सहित सेक्टर प्रभारी काम नहीं कर रहे हैं। शेखर से मिले नेताओं ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल सहित अन्य पदाधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल अलग खड़े किए गए, क्योंकि उन्होंने न तो वार्ड में प्रभारी बनाए और न ही पर्यवेक्षक नियुक्त किए।
चुनाव बाद हो जाएगा अध्यक्ष का फैसला शहर और मोर्चा संगठन पदाधिकारियों के शिकवे-शिकायत सुनने के बाद संगठन प्रभारी शेखर ने कहा कि चुनाव बाद उन शहर व जिला अध्यक्षों का फैसला हो जाएगा, जिन्होंने संगठन को कमजोर करने के साथ दमदारी से चुनाव नहीं लड़ा और प्रत्याशियों की संगठन की तरफ से मदद नहीं कर पाए। चुनाव की सारी रिपोर्ट प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ तक पहुंच रही है। शेखर से मिलने पहुंचे नेताओं से उन्होंंने कहा कि अब तीन दिन का चुनाव है। यह समय अति महत्वपूर्ण है। इसलिए सारे गिले-शिकवे भुलाकर काम पर लग जाओ ताकि महापौर-पार्षद प्रत्याशी जीते और निगम में कांग्रेस की परिषद बन सके।
देखा चुनावी मैनेजमेंट संगठन प्रभारी शेखर ने शहर के अलग-अलग वार्डों में पहुंचकर कांग्रेस पार्षद प्रत्याशियों का चुनावी मैनेजमेंट भी देखा। वे वार्ड 42,67,69,70,71 और 72 में पहुंचे और प्रत्याशियों से चर्चा भी की। साथ ही वार्ड में हार-जीत का गणित भी समझा।