सियांगज किराना व्यापारी एसोसिएशन अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल ने बताया कि हड़ताल के पहले ही स्टॉक भर लिया था। इंदौर लोकल में 30 फीसदी माल ही जाता है, जबकि 70 फीसदी बाहर जाता है, इसलिए फिलहाल डिमांड भी काफी कम है। सप्ताहभर हड़ताल जारी रहती है, तो दिक्कत आने लगेगी। शकर के थोक बाजार में दो दिन का स्टॉक ही बचा हुआ है। लोहा मंडी में हर दिन 15 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हो रहा है। लोहा व्यापारी एसोसिएशन की ओर से बताया गया कि लोहा मंडी में हर दिन हजारों टन सरिया, एंगल, शीट आदि आते हैं और दूसरे शहरों में जाते हैं। हड़ताल के चलते पूरा व्यापार ठप पड़ा हुआ है।
चोइथराम और निरंजनपुर मंडी में ज्यादा असर नहीं शहर की दोनों प्रमुख सब्जी मंडी चोइथराम और निरंजनपुर में स्टॉक माल भी बाहर आने लगा है। हालांकि शहर की दोनों मंडियों में ट्रक हड़ताल का असर अलग-अलग है। चोइथराम मंडी व्यापारी एसोसिएशन के महामंत्री फारुक राइन ने बताया कि ट्रक हड़ताल से इस मंडी में ज्यादा असर नहीं हो रहा है। आम दिनों की तरह ही सब्जी बाजार में पहुंच रही हंै। निरंजनपुर सब्जी मंडी अध्यक्ष सतीश शर्मा ने बताया कि यहां मंडी में फूल गोभी और पालक की आवक काफी तेज है, लेकिन खरीददार नहीं होने से दाम नीचे गिर गए हैं। वहीं बाहर से आने वाले टमाटर, हरी मिर्ची, अदरक, शिमला मिर्ची आदि के दाम आसमान छू रहे हैं। यहां चोरी-छिपे आ रहे ट्रकों में टमाटर के दाम हजार रुपए हो गए हैं।