कार को यूनिक बनाने के लिए खर्चे 48 हजार
वीडियो से पता चला कि गाड़ी दिल्ली से ली गई और हरियाणा में रजिस्टर्ड हुई। दुकान के मालिक ने वीडियो में बताया कि गाडी मालिक चाहते है कि उनकी कार पूरे इंदौर में यूनिक दिखे, इसलिए 48 हजार रुपए खर्च कर कलर को मॉडिफाई किया गया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कलर को मॉडिफाई करना रजिस्ट्रेशन की शर्तों का भी उल्लंघन है। सूबेदार ने बिना नंबर प्लेट, रजिस्ट्रेशन शर्तों का उल्लंघन तथा मध्य प्रदेश कराधान अधिनियम के तहत कार को जब्त कर लिया, मामला कोर्ट में जाएगा।
गौरतलब है कि डीसीपी महेशचंद्र जैन ने भंवरकुआं चौराहे पर चेकिंग के दौरान कार की काली फिल्म उतराकर चालान बनवाया था। इसके बाद सूबेदार अमित ने ही फरवरी में कार को रोका तो ड्राइवर के नशे में होने पर चालान बना था और अब तीसरी बार कार्रवाई हुई है।
वीडियो से पता चला कि गाड़ी दिल्ली से ली गई और हरियाणा में रजिस्टर्ड हुई। दुकान के मालिक ने वीडियो में बताया कि गाडी मालिक चाहते है कि उनकी कार पूरे इंदौर में यूनिक दिखे, इसलिए 48 हजार रुपए खर्च कर कलर को मॉडिफाई किया गया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कलर को मॉडिफाई करना रजिस्ट्रेशन की शर्तों का भी उल्लंघन है। सूबेदार ने बिना नंबर प्लेट, रजिस्ट्रेशन शर्तों का उल्लंघन तथा मध्य प्रदेश कराधान अधिनियम के तहत कार को जब्त कर लिया, मामला कोर्ट में जाएगा।
गौरतलब है कि डीसीपी महेशचंद्र जैन ने भंवरकुआं चौराहे पर चेकिंग के दौरान कार की काली फिल्म उतराकर चालान बनवाया था। इसके बाद सूबेदार अमित ने ही फरवरी में कार को रोका तो ड्राइवर के नशे में होने पर चालान बना था और अब तीसरी बार कार्रवाई हुई है।
वीडियो जारी कर कहा था, इंदौर में सख्ती नहीं है
कार को लेकर पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। खुद को कार का मालिक बताने वाले युवक ने वीडियो में कहा था, इंदौर में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया जाए तो भी फर्क नहीं पड़ता है। वीडियो पुलिस के संज्ञान में भी आया और कार जब्त करने की कार्रवाई हो गई।
कार को लेकर पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। खुद को कार का मालिक बताने वाले युवक ने वीडियो में कहा था, इंदौर में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया जाए तो भी फर्क नहीं पड़ता है। वीडियो पुलिस के संज्ञान में भी आया और कार जब्त करने की कार्रवाई हो गई।