लाखों ठगने वाली वाटेंड पूजा की लग्जरी लाइफ, फ्लैट में महंगी शराब, हुक्का व नोट गिनने की मशीन
ब्रांडेंड कपडे से भरी अलमारियां, 50 जोड़ी जूते भी
इंदौर
Published: April 24, 2022 05:52:31 pm
इंदौर. करोड़ों की ठगी करने वाली फर्जी एडवाइजरी कंपनी की मास्टर माइंड नेपाली युवती पूजा थापा की लग्जरी लाइफ स्टाइल देखकर पुलिस भी दंग है। 22 लाख की लग्जरी कार में घूमने वाली पूजा के घर पुलिस ने सर्चिंग की तो वहां सिगरेट, शराब की खाली बोतल के साथ हुक्के भी मिले। अलमारियों में ब्रांडेड कीमती कपड़े भरे पड़े थे, करीब 50 जोड़ी जूते भी मिले। नोट गिनने की मशीन के साथ जेवरात, लेपटॉप मिला जिसे जब्त किया है।
राऊ पुलिस ने फर्जी एडवाइजरी कंपनी का भंडाफोड कर 10 आरोपी कैलाश मौर्य, कपित हार्डिया, दीपक तिवारी, यज्ञदत्त शर्मा, अनिल यादव, मुरली पाटनकर, अमित जोशी, विनोद तिवारी, विशाल जायसवाल, प्रकाश भट्ट, पवन तिवारी को पकडा था। पूजा पिता तिल बहादुर थापा फरार है। एडिशनल डीसीपी जयवीर सिंह भदौरिया के मुताबिक, गिरोह के मास्टरमाइंड पूजा के साथ विशाल, पवन, प्रकाश है। न्होंने विशेष साफ्टवेयर बनवा रखा था। तेलंगाना, कनार्टक में भी केस दर्ज होने की बात सामने आई है। सभी के अकाउंंट फ्रिज करवा दिए है। करीब 10 करोड़ का घोटाला सामने आया है।
टीआइ नरेंद्र रघुवंशी के मुताबिक, कोर्ट से अनुमति लेकर एसआइ केएल बामनिया की टीम बांबे हॉस्पिटल के पास शेखर प्लेनेट की छठवीं मंजिल स्थित फ्लैट पर पहुंची। पूजा यहां बहन पायल केे साथ रहती थी, दोनों फरार है। पायल की भूमिका भी सामने आई है। पुलिस ने भाई अमृत निवासी देवास को पकड़ा तो वह बहन के बारे मे ंकुछ नहीं बता पाया। वह देवास में 10 हजार महीने की नौकरी करता है। परिवार मूल रूप से नेपाली है और अब देवास में बस गए। टीआइ रघुवंंशी के मुताबिक, पूजा के बड़े फ्लैट की छानबीन की गई। कपड़े व जूतों से लगा कि वह लग्जरी लाइफ स्टाइल की शौकीन है। कई सिगरेट के पैकेट, शराब की खाली बोतलें, दो हुक्के, नोट गिनने की मशीन, 4-5 तोला सोने के जेवरात, लेपटॉप, टेबलेट,घडी, कैमरे, 50 जोड़ी जूते वहां मिले।
पुलिस की जांच में पता चला कि पूजा 12वीं तक पढ़ी है। पहले वह कॉल सेंटर में काम करती थी, फिर एडवाइजरी कंपनी में आई। वहांं पवन, विशाल, प्रकाश भी थे। लॉकडाउन में कंपनी बंद हुई तो इन्होंने अपना काम शुरू कर दिया। इन्होंने रीवा, सतना, उज्जैन आदि शहरों में एजेंट बनाए थे और उन्हेें लोगों को ठगने के डेटा देते थे। यह पता चला कि कुछ समय पहले विजयनगर चौराहे के शगुन आर्केड बिल्डिंग के पांचवी मंजिल पर इनफीनिटी बज नाम से आइटी कंपनी खोलने का झांसा देकर 32 हजार रुपए महीने किराए पर ऑफिस किराए पर लिया था। एसआइ बामनिया की टीम ने ऑफिस की जांच कर वहां से कई डायरी, कैमरे की डीवीआर जब्त की। वहां करीब 12 कम्प्यूटर लगे थे। लेपटॉप, डेबलेट, कम्प्यूटर की साइबर टीम से जांच कराई जाएगी।

लाखों ठगने वाली वाटेंड पूजा की लग्जरी लाइफ, फ्लैट में महंगी शराब, हुक्का व नोट गिनने की मशीन
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