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होम आइसोलेट मरीजों को घर का भोजन पहुंचा रही युवाओं की टीम

locationइंदौरPublished: May 16, 2021 02:37:22 am

मदद के हाथ : सैनेटाइजर और नेबुलाइजर का भी कर रहे वितरण

होम आइसोलेट मरीजों को घर का भोजन पहुंचा रही युवाओं की टीम

होम आइसोलेट मरीजों को घर का भोजन पहुंचा रही युवाओं की टीम

इंदौर. कोरोना में हर किसी को मदद की दरकार है। वहीं, दूसरी ओर शहर में मदद करने वालों की भी कमी नहीं है। शहर के युवाओं की एक टीम अपने-अपने घर के बने हुए भोजन का टिफिन होम आसोलेशन में रह रहे मरीज और उनके परिजन तक पहुंचा रही है। इसके अलावा ये लोग सैनेटाइजर और नेबुलाइजर भी जरूरतमंदों को बांट रहे हैं।
यहां हम बात कर रहे हैं ‘सोच’ यानी ‘सोर्स ऑफ चाइल्ड हैप्पीनेस’ संस्था की। इन दिनों देखा गया है कि किसी परिवार में संक्रमण के चलते अगर एक सदस्य भी अस्पताल में भर्ती हैं, तो अन्य सदस्य आइसोलेशन में होते हैं। साथ ही कुछ सदस्य इलाज और दूसरी व्यवस्था जुटाने में भागदौड़ करते हैं। ऐसे में भोजन बनाने का समय नहीं मिल पाता है।
इस स्थिति को देख सोच संस्था के करीब 12 सदस्य जो कि शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में रहते हैं, वे लोग अपने-अपने घर से भोजन बनवाकर टिफिन पहुंचा रहे हैं। भोजन के अलावा सोच संस्था सैनेटाइजर और नेबुलाइजर बांटने का काम भी कर रही है। दो दिन पहले निशांत अग्रवाल ने संस्था को करीब 1 हजार सैनेटाइजर उपलब्ध करवाए थे, जिसे मीडियाकर्मियों और सरकारी अस्पताल को दिए गए थे। 25 नेबुलाइजर संस्था ने जरूरतमंदों को दे रखे हैं।
अब तक 50 परिवारों की कर चुके हैं मदद
कफ्र्यू के दौरान अब तक 50 परिवारों की मदद की जा चुकी है। वर्तमान में 8 परिवारों को भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। संस्था के अर्जुन सिंह चौहान ने बताया कि संक्रमित परिवारों के लिए बाहर का भोजन ठीक नहीं है, इसलिए हम लोग अपने घर से भोजन पहुंचा रहे हैं। इस काम में अर्जुन की मदद आदित्य अग्रवाल, रजत खिड़वरकर और भाव्यांश यादव कर रहे हैं।
बस्तियों में 380 भाप की मशीनें बांटी
इंदौर. कोरोना के इस मुश्किल दौर में शहर के युवा समाजसेवी अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय होकर लोगों की मदद कर रहे हैं। कोइ भोजन बांट रहा है तो कोई मेडिकल उपकरण। जरूरतमंदों तक पहुंचा रहा है। हितार्थ संस्था के युवा सदस्य बस्तियों के लोगों को भाप लेने की मशीन बांट रहे हैं। अब तक करीब ३८० मशीन वितरित की जा चुकी हैं। संस्था के आदिश टोंग्या और श्रेयांस टोंग्या ने बताया कि बस्तियों के लोगों को सर्दी-खांसी न हो या हो भी तो वे भाप ले सकें इसलिए मशीनें दी गई हैं। संस्था के सम्यक जैन ने बताया कि हम जरूरतमंद लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाइयां भी उपलब्ध करवा रहे हैं।
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