स्ट्रीट डॉग्स : जुटाया 300 किलो टोस्ट, 200 लीटर दूध
इंदौर. आपदा के समय हर कोई मुसीबत में है। इस श्रेणी में इंसान के साथ ही जानवर भी शामिल हैं। इसी बीच मदद करने वालों की भी कमी नहीं है। लोगों की इलाज से लेकर भोजन में मदद करने वालों की कड़ी में अब स्ट्रीट डॉग्स के लिए भी लोग आगे आए है। शहर के पिता-पुत्री पशुओं के भोजन के लिए काम कर रहे हैं। कफ्र्यू से लेकर अनलॉक में इनकी ज्यादा सक्रियता बनी हुई है। यहां हम बात कर रहे हैं आस्था जैन और उनके पिता अनिल जैन की। बीते 4 साल से दोनों गायों और डॉग्स के भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं। कफ्र्यू से लेकर अनलॉक में इन्होंने इस सेवा कार्य का दायरा बढ़ा दिया है। रोजाना अलग-अलग क्षेत्रों के डॉग्स के लिए दूध, बिस्किट और तोस लेकर ये और इनकी टीम निकल पड़ती है। रोज २० लीटर दूध और इससे दो गुना बिस्किट और टोस्ट डॉग्स को खिलाते हैं। कालाष्टमी पर इन्होंने विशेष अभियान चलाते हुए 300 किलो टोस्ट और 200 लीटर दूध डॉग्स को खिलाया। इन्होंने नि:शुल्क टोस्ट की बोरियां देने की भी पहल शुरू की है। डॉग्स के लिए कोई भी इनसे टोस्ट ले सकता है। बीआरटीएस से लेकर गोम्मटगिरी तक डॉग्स को भोजन दिया जा रहा है। इनके द्वारा शहर में १२५ रोटी एटीएम लगाए है। इनमें लोग गाय की रोटी डालते हैं। शहर के अलग-अलग हिस्सों से करीब 1500 किलो रोटियां रोजाना इकट्ठा हो जाती है। जो कि गोशालाओं में भेजी जाती है।
इंदौर. आपदा के समय हर कोई मुसीबत में है। इस श्रेणी में इंसान के साथ ही जानवर भी शामिल हैं। इसी बीच मदद करने वालों की भी कमी नहीं है। लोगों की इलाज से लेकर भोजन में मदद करने वालों की कड़ी में अब स्ट्रीट डॉग्स के लिए भी लोग आगे आए है। शहर के पिता-पुत्री पशुओं के भोजन के लिए काम कर रहे हैं। कफ्र्यू से लेकर अनलॉक में इनकी ज्यादा सक्रियता बनी हुई है। यहां हम बात कर रहे हैं आस्था जैन और उनके पिता अनिल जैन की। बीते 4 साल से दोनों गायों और डॉग्स के भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं। कफ्र्यू से लेकर अनलॉक में इन्होंने इस सेवा कार्य का दायरा बढ़ा दिया है। रोजाना अलग-अलग क्षेत्रों के डॉग्स के लिए दूध, बिस्किट और तोस लेकर ये और इनकी टीम निकल पड़ती है। रोज २० लीटर दूध और इससे दो गुना बिस्किट और टोस्ट डॉग्स को खिलाते हैं। कालाष्टमी पर इन्होंने विशेष अभियान चलाते हुए 300 किलो टोस्ट और 200 लीटर दूध डॉग्स को खिलाया। इन्होंने नि:शुल्क टोस्ट की बोरियां देने की भी पहल शुरू की है। डॉग्स के लिए कोई भी इनसे टोस्ट ले सकता है। बीआरटीएस से लेकर गोम्मटगिरी तक डॉग्स को भोजन दिया जा रहा है। इनके द्वारा शहर में १२५ रोटी एटीएम लगाए है। इनमें लोग गाय की रोटी डालते हैं। शहर के अलग-अलग हिस्सों से करीब 1500 किलो रोटियां रोजाना इकट्ठा हो जाती है। जो कि गोशालाओं में भेजी जाती है।