दरअसल, गौतमपुरा के चांदनखेड़ी गांव निवासी दो युवक नाला पार करते हुए बह गए। बताया जाता है कि दोनों दूध बांटने के लिए दूसरी तरफ आ रहे थे। पानी के तेज बहाव में वह नाले में बह गए। स्थानीय लोगों को जैसे ही यह खबर मिली तुरंत लोग जमा हो गए। जब तक प्रशासन की टीम आती उससे पहले लोग दीवार बन पानी में खड़े हो गए। इस हादसे में बहे दो में से एक युवक को तो बचा लिया गया है।
वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे तेज बहाव में लोग पानी में खड़े हैं। सभी लोग एक-दूसरे के हाथ थामे हुए है। ताकि पानी किसी को फिर से अपने साथ बहाकर न ले जाए। वहीं, दूसरे युवक का अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस की टीम लगातार वहां रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।
पैदल पार कर रहे थे नाला
टीआई मनीष डावर ने बताया कि वह गाड़ी से नाले की चले। रपट पर पानी था। दोनों ने अपनी बाइक को एक तरफ खड़ा किया और पैदल ही दूध की केन लेकर दूसरी तरफ निकले। रास्ते में पानी का बहाव तेज था। इसके चलते दोनों ही पानी में बह गए। आसपास खड़े ग्रामीण फौरन मदद के लिए आए और उनमें से एक युवक आशिक को बचा लिया, लेकिन भूरा को बचा नहीं पाए। वह पानी के अंदर एक बार गया तो वापस बाहर नहीं निकला। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन कुछ भी पता नहीं चल पाया। इस पर पुलिस और प्रशासनिक अफसरों को सूचना दी।
टीआई मनीष डावर ने बताया कि वह गाड़ी से नाले की चले। रपट पर पानी था। दोनों ने अपनी बाइक को एक तरफ खड़ा किया और पैदल ही दूध की केन लेकर दूसरी तरफ निकले। रास्ते में पानी का बहाव तेज था। इसके चलते दोनों ही पानी में बह गए। आसपास खड़े ग्रामीण फौरन मदद के लिए आए और उनमें से एक युवक आशिक को बचा लिया, लेकिन भूरा को बचा नहीं पाए। वह पानी के अंदर एक बार गया तो वापस बाहर नहीं निकला। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन कुछ भी पता नहीं चल पाया। इस पर पुलिस और प्रशासनिक अफसरों को सूचना दी।
टीआई के मुतााबिक सूचना पर पुलिस का दल भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गया था। गांव के आसपास काफी पानी था। पुलिया से भी इतना पानी जा रहा था कि उसे पार करना मुमकिन नहीं था। वहीं अंधेरा होने कारण रात में रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं किया गया। रात में एक बार फिर से जोरदार पानी गिरने से हालात और भी खराब हो गए हैं।