मामला निगम के वर्कशॉप विभाग का है और करीब दो माह पुराना है, लेकिन सीसीटीवी फुटेज देखने पर अब पकड़ में आया। वीडियो में जिंसी स्थित निगम की वर्कशॉप संभालने वाले प्रभारी अधिकारी सुमित अष्ठाना के कैबिन में राई फेंकते हुए एक कर्मचारी कैमरे में कैद हो गया है। फुटेज में दिख रहा है कि राई फेंकने से पहले कर्मचारी के साथ दो और लोग खड़े रहते हैं, जिन्हें रवाना करने के बाद वह कैबिन का दरवाजा खोलता है और राई फेंकता है। फिर हाथ झटक कर साफ करता है और दूसरे कैबिन की तरफ चला जाता है।
साहब का खास, फिर क्यों कर रहा जादू? निगम में वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहे कर्मचारी की पहचान अन्य निगमकर्मियों ने अब्दुल रजाक के रूप में की है, जो सुपरवाइजर होने के साथ अष्ठाना साहब का खास है। बताया जा रहा है कि जिस समय रजाक अपने साहब के कैबिन में राई फेंक रहा था, उस समय वे निगमायुक्त आशीष सिंह के समक्ष उसके काम की तारीफ कर रहे थे। सवाल यह है कि जब रजाक उनका खास है, तो फिर वो ये हरकत क्यों कर रहा है? निगमकर्मियों का कहना है कि साहब की गैरमौजूदगी में कर्मचारी अभिमंत्रित राई फेंककर शायद साहब को वश करने में लगा होगा। हालांकि अष्ठाना के कैबिन में कुछ फेंकते हुए कर्मचारी की हरकत 18 फरवरी 2019 को कैद हुई और वीडियो अब दो महीने बाद वायरल हो रहा है।
साहब को है जानकारी वर्कशॉप प्रभारी सुमित महाकाल के भक्त हैं और हर सोमवार दर्शन करने उज्जैन जाते हैं। वे अवधेशानंद महाराज के गुरु सत्यमित्रानंदगिरि महाराज के शिष्य भी हैं। पर टोटके-टोने से डरने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जादू-टोना करने की जानकारी उनको भी है। उनके कैबिन में क्या वस्तु फेंकी जा रही है, कौन फेंक रहा और क्यों? यह बात उन्हें पता है, लेकिन डर के मारे उन्होंने अभी तक अर्दली पर कोई कार्रवाई नहीं की। इतना ही नहीं, मामला महापौर मालिनी गौड़ और निगमायुक्त सिंह तक भी पहुंचा, इनके कहने पर भी कार्रवाई नहीं की। शायद साहब को डर है कि वह फिर ऐसी कोई हरकत न कर दे, जिससे उनका बड़ा नुकसान हो जाए।
अन्य अफसर भी डरे नगर निगम में जिन-जिन अफसरों ने यह वीडियो देखा, वे अपने मातहत कर्मचारियों पर भी शक कर रहे हैं। कुर्सी-टेबल के पास देख रहे हैं कि किसी ने कुछ फेंका तो नहीं। तंत्र-मंत्र से डर के चलते अफसर ऐसा कर रहे हैं।
डर मान लो या और कुछ जिसे जो करना था, कर दिया। मुझे वश में करने या फिर अन्य किसी कारण से रजाक ने राई फेंकी होगी। जानकारी मिलने पर कार्रवाई नहीं करने की कई वजह है। अब इसे डर मान लो या फिर और कुछ।
सुमित अष्ठाना, प्रभारी अधिकारी, वर्कशॉप विभाग