एमपी एट ए ग्लांस में जो ब्रोशर खुलता है, उसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और पूर्व उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल का ही निवेशकों के नाम संदेश प्रसारित कर रखा है। सेक्टर प्रोफाइल में मैग्निफिसंट एमपी के फोकस सेक्टर के बजाय गत समिट के विषय अपलोड कर रखे हैं, जो निवशकों को कन्फ्यूज कर रही हैं। सारे मामले में सवाल यह कि पर्याप्त समय मिलने के बाद भी अफसरों ने प्रदेश की सही तस्वीर और नेतृत्व को प्रदर्शित क्यों नहीं किया?
इंदौर में 18 अक्टूबर को मैग्निफिसंट एमपी का आयोजन होगा। देश-दुनिया के 500 से ज्यादा उद्योगपति शिरकत करेंगे। बिजनेस टायकून को भेजे निमंत्रण के साथ प्रदेश सरकार के उद्योग विभाग के उपक्रम मप्र औद्योगिक विकास निगम की वेबसाइट का उल्लेख भी है। इस वेबसाइट का प्रारंभिक सेटअप तो बदल दिया गया, लेकिन इसमें ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2016 की जानकारियां ही अपलोड कर रखी हैं। एक निमंत्रित उद्योगपति ने जब प्रदेश के संबंध में जानकारी वेबसाइट से लेना चाही तो उन्हें निराशा हाथ लगी। क्योंकि प्रदेश के संबंध में कोई नई जानकारी नहीं मिली। सेक्टर प्रोफाइल के लिए तय नोडल ऑफिसर्स बदल चुके हैं, लेकिन नाम और प्रोफाइल पुरानी ही अपलोड है।
क्या तीन साल में कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं हुआ सूत्रों का कहना है, वेबसाइट को लेकर उद्योग जगत में चर्चा है कि तीन वर्ष में प्रदेश के पास कोई उल्लेखनीय कार्य की जानकारी नहीं है, जिसे देश-दुनिया के उद्योगपतियों को बताया जा सके। पुरानी तारीखों को नहीं हटाना तो सबसे गंभीर गलती है। नए अफसरों के नाम नहीं होने से विभाग में बातचीत करने में मुश्किल आ रही है, बड़े निवेशकों पर फस्र्ट इम्प्रेशन ही नकारात्मक पड़ रहा है। वेबसाइट देखने से पता चलता है, समिट पूरी तैयारी के साथ नहीं हो रही है।
वेबसाइट पर दिए 11 टैब वेबसाइट पर 11 टैब दिए गए हैं, जिसकी शुरुआत आकर्षक नजर आती है। मैग्निफिसंट एमपी का सीएम का फोटो लगा बैनर सामने आता है। इसे बदलने के बाद मप्र के गुणगान के साथ समिट के स्थान आता है। साइट के इन टैब में प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए कानून कायदों, आवेदन आदि प्रक्रिया बताई गई है। यह तो प्रचलित है, लेकिन मैग्निफिसंट एमपी की ब्रांडिंग के लिए एडवांटेज मप्र और लैंड अलॉटमेंट में पुरानी जानकारियां ही अपलोड कर दी गई है।
क्या है एडवांटेज एमपी में यहां पांच जानकारियों को लिंक की गई है। एमपी एट ए ग्लांस, मप्र का इंडस्ट्रियल सिनेरियो, मिनरल एंड माइनिंग सिनेरियो, पोटेंशियल सेक्टर प्रोफाइल और इन्वेस्टमेंट फेसिलिएशन की जानकारियां हैं। पोटेंशियल सेक्टर में जाते हैं तो 2016 की प्लानिंग बताता है। इसमें दी जानकारियां भी मप्र के 2014-15 के सीन दिखाता है। पांच साल में आए बदलाव की जानकारी इस सेक्शन में नहीं मिलती है। इसमें ही 2016 के ब्रोशर अपलोड किए गए है।
लैंड अलॉटमेंट एमपीएसआइडीसी ने ऑनलाइन लैंड बैंक की जानकारी दी है। इसमें जीआइएस के माध्यम से आप लैंड और औद्योगिक क्षेत्र की भौतिक स्थिति देख सकते हैं। इसमें कुछ जानकारी अपडेट की हैं तो प्रचार सामग्री पुरानी ही है। इसमें एमपी एट ए ग्लांस में जो ब्रोशर अपलोड किया है, उसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का उल्लेख है।