शुक्रवार को ब्रिलियंट कंवेशन सेंटर में देशभर के सैकड़ों उद्योगपतियों ने मैग्नीफिसेंट एमपी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। आयोजन को लेकर सरकारी महकमा एक माह से कसरत कर रहा था। अतिथियों के स्वागत में एकेवीएन व सीआईआई ने मुख्यमंत्री कमल नाथ के शहरभर में होर्डिंग्स लगाए, लेकिन आयोजन के एक दिन पहले कांग्रेस के दिग्गज ज्योतिरादित्य सिंधिया व स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट के फोटोवाले होर्डिंग्स एयरपोर्ट से गांधी नगर, सुपर कॉरिडोर, एमआर-१०, विजय नगर चौराहे तक लग गए। यहां तक कि ब्रिलियंट व होटल मैरियट के आसपास भी लगाए थे।
गुरुवार रात को नगर निगम की आधा दर्जन टीम सक्रिय हुई और सारे होर्डिंग्स हटा दिए। बताते हैं कि इसको लेकर मंत्री सिलावट ने निगमायुक्त आशीष सिंह से बात की और नाराजगी जाहिर की। कहना था कि स्वागत होर्डिंग्स से निगम को क्या आपत्ति हो गई? इस पर सिंह ने साफ कर दिया कि साहब हमको तो कोई दिक्कत नहीं, पर ऊपर से निर्देश थे। इस पर सिलावट नहीं माने तो सिंह ने साफ कर दिया कि वे इस संबंध में सीएम साहब से बात कर लें। यह सुनने के बाद सिलावट की बोलती बंद हो गई। गुस्सा शांत हो गया।
सीएम की पड़ी नजर
मैग्नीफिसेंट एमपी आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री कमल नाथ काफी गंभीर रहे। इसका अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि एक-एक मिनिट का हिसाब रखने वाले नाथ एक दिन पहले ही इंदौर आ गए। जब वे एयरपोर्ट से ब्रिलियंट तरफ जा रहे थे, तब उनकी निगाह होर्डिंग्स पर पड़ी। बताते हैं कि उसके कुछ समय बाद ही आला अफसरों को संदेश मिल गया था कि कार्रवाई करना है। रातोरात उन्हें हटा दिया गया।
मैग्नीफिसेंट एमपी आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री कमल नाथ काफी गंभीर रहे। इसका अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि एक-एक मिनिट का हिसाब रखने वाले नाथ एक दिन पहले ही इंदौर आ गए। जब वे एयरपोर्ट से ब्रिलियंट तरफ जा रहे थे, तब उनकी निगाह होर्डिंग्स पर पड़ी। बताते हैं कि उसके कुछ समय बाद ही आला अफसरों को संदेश मिल गया था कि कार्रवाई करना है। रातोरात उन्हें हटा दिया गया।