इस बार 15 जनवरी को होगा सूर्य के उत्तरायण होने का पर्व मकर संक्रांति
मांगलिक कार्य हो जाएंगे शुरू
कल सुबह 8.40 बजे मकर राशि में सूर्य का प्रवेश, सिंह का भाग्योदय, मीन को मिलेगी पीड़ा, जानिए आपकी राशि
इंदौर. माघ कृष्ण पक्ष पंचमी 15 जनवरी को सुबह 8.40 बजे सूर्य धनु से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। महापुण्य काल सूर्यास्त तक रहेगा। उत्तरायण मकर के सूर्य श्रेष्ठ माने गए हैं। मकर लग्न में संक्रांति का प्रवेश होगा और स्थिर लग्न वृषभ में विशेष महत्व रहेगा। इसी के साथ मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे।
सूर्य के उत्तरायण होने का पर्व मकर संक्रांति इस वर्ष 15 जनवरी को होगा। इसके साथ ही विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश सहित विभिन्न मांगलिक कार्यों का श्रीगणेश होगा। संक्रांति का वाहन गर्दभ और उपवाहन मेष होगा। इस राशि परिवर्तन का विभिन्न राशि के जातकों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा। इस दिन दिनभर दान और पूजन होगा। ज्योर्तिविद गुलशन अग्रवाल ने बताया, मकर संक्रांति बुधवार को सूर्योदय सुबह 7.13 बजे होगा।
मकर संक्रांति के फल का सीधे तौर पर उल्लेख किसी भी ग्रंथ में नहीं मिलता है। इस बार संक्रांति का वाहन गर्दभ और उप वाहन मेष है। वह सफेद वस्त्र धारण कर पश्चिम दिशा में गमन करते हुए नजर आ रहा है। उनका दंड आयुध और पात्र कांस्य का है। उन्हें पक्के अन्न का भक्षण करते हुए दर्शाया गया है। केतकी का पुष्प धारण किए हुए शरीर पर मिट्टी का लेपन है। मकर राशि में प्रवेश करते ही सूर्य देव उत्तरायण हो जाएंगे। दिन भी बड़े होने लगेंगे। इसके साथ ही धनु मलमास भी समाप्त हो जाएगा और मांगलिक कार्य शुरू होंगे।
किन राशियों पर पड़ेगा क्या प्रभावइस वर्ष 45 विवाह के मुहूर्तदिनभर होगी पतंगबाजी मकर संक्रांति का पूर्व दिशा से आगमन और पश्चिम दिशा की ओर गमन होगा। इस दिन दान पुण्य का अधिक महत्व है। तिल लड्डू, खिचड़ी, वस्त्र, कंबल, मच्छरदानी व मुद्रा दान करें। मकर संक्रांति के दिन लोग पवित्र सरोवर और क्षिप्रा में स्नान कर सूर्य को अघ्र्य देंगे। मकर संक्रांति के दिन जमकर पतंगबाजी भी होगी।