एक तरफ जहां निगम जरूरतमंद लोगों को राशन और भोजन उपलब्ध करा रहा है वहीं कचरा गाडिय़ों के रूट पर लोगों से किराना सामग्री आटा, तेल, दाल, चावल, शक्कर, चाय पत्ती, साबुन, दूध पावडर, हल्दी, नमक, लाल मिर्च, आलू और प्याज पहुंचाने का ऑर्डर लिया जा रहा है। ऑडर लेने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने के साथ किराना दुकान से लोगों को सामग्री पहुंचाने की जिम्मेदारी जेडओ को दी गई है। ऑर्डर के हिसाब से लोगों तक किराना पहुंच जाए। इसके लिए आज सुबह निगमायुक्त आशीष सिंह ने जेडओ की क्लास सिटी बस ऑफिस में ली। इसमें सभी जेडओ को निर्देशित किया गया कि अपने-अपने क्षेत्र में नई किराना दुकानों को ढूंढ़कर बताएं ताकि ऑर्डर के हिसाब से लोगों तक सामग्री पहुंच सके। ऑर्डर के हिसाब से अभी चिह्नित दुकानें कम पड़ रही हैं।
निगमायुक्त सिंह ने आदेशित किया है कि ऑर्डर मिलने के 24 घंटे में किराना लोगों तक पहुंच जाए ऐसी व्यवस्था करें। इसके साथ ही रोजाना मॉनिटरिंग करें कि कितने लोगों ने ऑर्डर दिया और कितने लोगों तक किराना सप्लाय हो गया है। किराना दुकान वाले कहीं कोई गड़बड़ी तो नहीं कर रहे हैं। अभी एक जोन में जहां 8 से 10 किराना दुकान वाले सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं उनकी संख्या बढ़ाई जाए। निगमायुक्त ने यह निर्देश दिए कि कोई भी क्षेत्रीय किराना व्यापारी अपनी दुकान से किराना सामग्री का विक्रय नहीं करेगा। यदि कोई भी किराना व्यापारी अपनी दुकान से किराना सामग्री का विक्रय करते पाए जाए तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। लोगों को घर बैठे किराना उपलब्ध कराने वाले क्षेत्रीय किराना व्यापारी को थोक व्यवसायियों से किराना सामग्री का सामान प्राप्त हो सके इसके लिए भी व्यवस्था की जाए। डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहन के साथ नोडल अधिकारी के लोगों से किराना सामग्री के ऑर्डर लिए जाने काम निरंतर जारी रहेगा।