पुलिस : पिछले चरण में 300 आवेदन, फिर लगी लाइन चुनावी ड्यूटी निरस्त कराने और छुट्टी के आवेदनों से परेशान पुलिस विभाग ने अब मुख्यालय के आदेश का हवाला देते हुए छुट्टी देना बंद कर दिया है। इसके लिए बाकायदा एसपी, मुख्यालय अवधेश गोस्वामी के ऑफिस के बाहर सूचना चस्पा की गई है। दरअसल, इंदौर पुलिस के जवानों को चुनाव ड्यूटी में सतना, राजगढ़ भेजा था। इस दौरान 300 छुट्टी के आवेदन मिले थे। इंदौर में सातवें और आखिरी चरण के मतदान १९ मई को होना है। इसे देखते हुए फिर अब फिर आवेदन मिलना शुरू हो गए हैं। अधिकतर आवेदनों को निरस्त कर अफसरों ने छुट्टी को लेकर सख्त रवैया अख्तियार कर लिया है। रिश्तेदार की शादी, गांव में पूजा कार्यक्रम व परिजन की बीमारी का हवाला देकर छुट्टी मांगने वालों को छुट्टी की जगह फटकार हाथ लगी है।
चुनाव के समय क्यों कर रहे शादी एक आरक्षक अपनी शादी के लिए छुट्टी मांगने पहुंचा तो एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र ने कहा, जब पता था कि चुनाव है तो शादी की तारीख क्यों निकाली? अन्य आरक्षक ने बहन की शादी पर छुट्टी मांगी तो उसे भी फटकार मिली। बाद में पता चला कि दोनों भाई आरक्षक हैं तो इस पर एसएसपी ने पिता के समक्ष नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जब दोनों बेटे पुलिस में हैं तो चुनाव के समय शादी क्यों रखी?
प्रशासन : 2000 ने दिए आवेदन, 500 को मिली छुट्टी चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए कर्मचारी परिवार से लेकर रिश्तेदार की शादी के कार्ड तक लगा रहे हैं। पत्नी के गर्भवती होने पर उसे लेकर कलेक्टोरेट की सीढि़यां भी चढ़ रहे हैं। प्रशासन के पास ड्यूटी निरस्त कराने के करीब 2000 आवेदन आ चुके हैं। रजिस्टर में 1650 से अधिक दर्ज हो चुके है। अपर कलेक्टर कैलाश वानखेडे़ के पास 500 से अधिक आवेदन सीधे आए हैं। प्रशासन गर्भवती महिला, बीमार और परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु जैसे कारणों को लेकर कर्मचारियों के प्रति उदार बना हुआ है।
बीमारी पर मेडिकल बोर्ड : बीमार कर्मचारियों के लिए मेडिकल बोर्ड का प्रमाण-पत्र अनिवार्य किया है। इसके आधार पर ही ड्यूटी निरस्त की जा रही है। एेसे में कर्मचारियों ने परिवार में शादी बताकर ड्यूटी निरस्त के आवेदन दिए हैं।
पत्नी गर्भवती, साथ जरूरी : एक कर्मचारी गर्भवती पत्नी को लेकर अपर कलेक्टर के पास पहुंचा। उसने कहा, पत्नी चाहती है, उसके साथ रहूं। इसीलिए ड्यूटी निरस्त कर दीजिए। कई कर्मचारी परिजन को साथ लेकर आ रहे हैं।
सख्ती करेंगे ड्यूटी निरस्त कराने के लिए बड़ी संख्या में कर्मचारी आवेदन लेकर आ रहे हैं। गर्भवती महिला व बीमार कर्मचारियों को राहत दे रहे हैं। कर्मचारियों की पर्याप्त संख्या है। पहले से व्यवस्था कर रखी है। अनावश्यक कारणों सख्ती कर रहे हैं।
कैलाश वानखेडे़, अपर कलेक्टर