देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के आगामी दीक्षांत समारोह में मेरिट में आने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल और डिग्री के साथ ही नामी शख्सियतों को मानद उपाधि से भी नवाजा जाएगा। यूनिवर्सिटी ने नए सिरे से नाम चयन की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया है। इस बार एक से ज्यादा शख्सियतों को भी मानद उपाधि देने पर विचार किया जा रहा है।
यूनिवर्सिटी पिछले दो दीक्षांत समारोह में भी मानद उपाधि के लिए विचार कर चुकी है, लेकिन कार्यपरिषद में सहमति नहीं बनने से मानद उपाधि नहीं दी जा सकी। पिछली बार लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र के नामों पर विचार किया गया था, मगर कार्यपरिषद से फाइल आगे नहीं बढ़ पाई। इसी दौरान दीक्षांत समारोह की तिथि फाइनल हो गई। इस बार ऐसी स्थिति न बने इसलिए यूनिवर्सिटी ने दीक्षांत समारोह से पहले ही मानद उपाधि के लिए विचार शुरू कर दिया है। दो महीने के भीतर ही मानद उपाधि के लिए नाम तय करने की कोशिश है, ताकि स्टैंडिंग कमेटी में प्रस्ताव मंजूर कराया जा सके। कुलपति प्रो. नरेंद्र धाकड़ का कहना है कि यूनिवर्सिटी की कोशिश रहेगी कि ऐसी शख्सियत को मानद उपाधि दें, जिन्होंने अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किए हों।
दो ही बार दी गई यूनिवर्सिटी ने अब तक सिर्फ तीन दीक्षांत समारोह में ही मानद उपाधि जारी की है। सबसे पहले १९८९ में ९ व २००७ में ६ शख्सियतों को उपाधि दी गई। दूसरी बार मानद उपाधि पाने वालों में सत्यम कंपनी के रामलिंगा राजू भी शामिल थे। घोटाले में नाम उजागर होने के बाद यूनिवर्सिटी ने २००९ में रामलिंगा राजू की मानद उपाधि रद्द की थी।