इधर, बुधवार को अस्पताल ने बच्ची का मेडिकल बुलेटिन भी जारी किया है। इसमें अस्पताल अधीक्षक डॉ. वीएस पाल ने कहा कि बच्ची की हालत में हर दिन सुधार हो रहा है। वह सामान्य तरीके से परिजन से बात कर रही है। बच्ची ने कल कहा था कि उसके भाई-बहन को बुलाया जाए, इसलिए प्रशासन ने उसकी बहन को यहां पहुंचाया है। बहन के साथ मिलकर वह बहुत खुश हुई। ऑपरेशन के बाद जो टांके सूख गए हैं उन्हें आज निकालने का प्लान है। बच्ची उस दरिंदगी को अभी पूरी तरह से भूली नहीं है। हम उसे साइकोलॉजिकल मजबूत बनाने की कोशिश कर रहे हैं। वह टीवी देख रही है। खिलौनों से खेल रही है। उसमें कॉन्फिडेंस डेवलप करवाने के लिए हम हर प्रयास कर रहे हैं। उधर, दरिंदगी को लेकर 9वें दिन भी लोगों का आक्रोश कम नहीं हुआ है। आरोपियों को जल्द फांसी की मांग को लेकर बुधवार सुबह भी कई जगह लोग सडक़ पर उतरे।
बयान होते ही पेश होगा चालान एसपी मनोज सिंह ने बताया आरोपियों को सजा दिलाने के लिए बच्ची के बयान होते ही पुलिस कोर्ट में चालान पेश करेगी। पूरा मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में ही चलेगा। इसका प्रावधान पाक्सो एक्ट में ही है। एसपी के अनुसार मंगलवार को पुलिस अधिकारी बच्ची से बयान लेने इंदौर पहुंचे। वहां सुरक्षा में तैनात डीएसपी लक्ष्मी सेतिया को बच्ची दादी कहकर संबोधित कर रही है।
क्या हुआ था उस दिन मंदसौर के सरस्वती शिशु मंदिर में पढऩे वाली बच्ची को छुट्टी के बाद स्कूल गेट से आरोपी इरफान अपने साथ ले गया था।वह लहूलुहान हालत में झाडिय़ों के बीच पड़ी मिली थी। बच्ची द्वारा बताए गए दो लोगों में पुलिस ने इरफान और आसिफ को पकड़ा था।