इसके पहले रविवार को मुंबई के बाम्बे अस्पताल से आए पीडिएट्रिक चिकित्सक रवि रामाद्वार ने आइसीयू में जाकर बच्ची का चेकअप किया था। उन्होंने इस दौरान कुछ सुझाव भी डॉक्टरों को दिए। डॉ. मनीष पटेल के साथ किए बच्ची के परीक्षण के बाद उन्होंने कहा कि बच्ची का बेहतर इलाज हो रहा है। उन्होंने कहा कि संबंधित डॉक्टर्स को मेरे अनुभव के हिसाब से सुझाव भी दिए हैं। बच्ची तेजी से रिकवर कर रही है। बच्ची के इलाज के लिए जरूरी संसाधन और वरिष्ठ डॉक्टर यहां उपलब्ध हैं। बच्ची को अस्पताल से शिफ्ट करने की जरूरत नहीं है। वह जल्द रिकवर करेगी।
खिलखिलाई व खाने की पसंद बताई बच्ची की मानसिक स्थिति का पता लगाने मनोचिकित्सक स्वाति प्रसाद ने आधा घंटा बच्ची से बात भी की। इस दौरान बच्ची ने धीमे स्वर में अपनी पसंद की चीजों, खिलौनों व खाने में की पसंद बताई। माता-पिता व परिवार को वह पहचान रही है। पसंद के गाने सुनने पर हल्की सी खिलखिलाई भी। मनोचिकित्सक ने बताया बच्ची सभी को पहचान रही है। वह मानसिक रूप में संतुलन में है यह उसके स्वस्थ होने के लिए जरूरी है। मनोचिकित्सक भास्कर प्रसाद ने बच्ची के पैरेंट्स की काउंसलिंग कर उनके मानसिक तनाव को जानने की कोशिश की।
अभी न आएं अस्पताल अस्पताल में बच्ची से मिलने शहर, प्रदेश व देशभर के नेता, सामाजिक संगठन के लोग पहुंच रहे हैं। इसका बच्ची पर गलत असर पड़ रहा है। इसके चलते इलाज करने वाले डॉक्टरों व प्रबंधन ने अपील की है कि अभी अस्पताल न आएं। बच्ची को इलाज और एकांत की जरूरत है। वह ज्यादा लोगों को देखती है तो बार-बार पूछती है कि इतने लोग क्यों आए हैं। इसके चलते प्रबंधन ने सख्ती कर दी और अब आने वाले नेताओं को नीचे से ही लौटाया जा रहा है।