14 को देवउठनी ग्यारस, गूंजेगी शहनाई
14 नवंबर को देवउठनी एकादशी हैं जिसे प्रबोधिनी या देवोत्थान एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक कथाओं और मान्यताओं के मुताबिक, इस दिन से भगवान श्री हरि विष्णु पाताल में विश्राम काल पूरा करने के बाद क्षीर सागर से निकल कर सृष्टि का संचालन शुरू करते हैं। चार माह का चातुर्मास पूरा होने को है, इस दौरान 14 नवंबर को देवउठनी एकादशी से शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे।
नवंबर-दिसंबर में हैं कुल 16 मुहूर्त
इस बार 15 नवंबर से 13 दिसंबर तक विवाह मुहूर्त हैं। दो महीनों के दौरान कुल 16 दिन वैवाहिक मुहूर्त हैं। ऐसे में समारोह के लिए जगह से लेकर कैटरिंग, बैंड-बाजा सहित अन्य के बुकिंग बूम पर है। वहीं, इसके बाद 15 जनवरी 2022 में शादी समारोह हो सकेंगे। अप्रेल से जुलाई के बीच मुहूर्त होंगे। ऐसे में दो साल से इंतजार कर रहे लोग इस बार शादी समारोह करने की तैयारी में जुटे हुए हैं।
जनवरी-फरवरी में भी होंगे विवाह
हिन्दू धर्म में विवाह का पहला मुहूर्त 15 नवंबर को है। नवंबर में 7 शुभ मुहूर्त और दिसंबर में 6 शुभ मुहूर्त पड़ रहे हैं। नवंबर के विवाह मुहूर्त 15, 16, 20, 21, 28, 29, 30 नवंबर है। वहीं दिसंबर के विवाह मुहूर्त 1, 2,6, 7, 11, 13 दिसंबर को विवाह हो सकेंगे। वहीं अगले वर्ष 2022 के जनवरी में 15, 20, 23, 24, 27, 28, 29, 30 जनवरी और फरवरी में 5, 6, 11, 12, 18, 19, 22 फरवरी में विवाह मुहूर्त है।