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बगैर जानकारी के प्लानिंग बदली कैसे, किसने बदली

locationइंदौरPublished: Jun 13, 2018 10:20:13 pm

Submitted by:

amit mandloi

नदी में रिटर्निंग वॉल की प्लानिंग को लेकर भड़की महापौरस्मार्ट सिटी के अफसरों ने बदल दी थी पूरी प्लानिंग

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इंदौर.
नदी सफाई का दौरा करने निकली महापौर मालिनी गौड़ बुधवार को उस समय भड़क गई जब उन्होने संजय जवाहर मार्ग से कृष्णपुरा पुल की ओर के हिस्से में स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा नदी में बनाई जा रही रिटर्निंग वाल को देखा। इस हिस्से में स्मार्ट सिटी कंपनी ने पुरानी दीवार के आगे नई दीवार नदी के अंदर ही बनाना शुरू कर दी है। इसमें नदी के अंदर आ रहे पुराने घाट भी टूट रहे हैं। इसे देखकर महापौर भड़क गई। उन्होने सबसे पहले स्मार्ट सिटी कंपनी के कार्यपालन यंत्री महेश शर्मा को तलब किया। महापौर ने शर्मा के सामने सीधे सवाल दागा कि ये नदी में दीवार कैसे बन रही है। हम नदी को जिंदा करने की कोशिश कर रहे हैं, उसके घाटों को सुंदर कर रहे हैं और आप उसे खत्म कर रहे हैं। इसकी प्लानिंग में बदलाव हुआ कैसे? शर्मा जब जवाब नहीं दे पाए तो उन्होने ठेकेदार और कंस्लटेंट को मौके पर बुलवा दिया। वो भी इसका जवाब नहीं दे पाए। जिसके बाद अपर आयुक्त और स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ रोहन सक्सेना महापौर के सामने आए। उन्होने रिर्टनिंग वॉल पुरानी दीवार के बराबर ही बनाने का कहकर महापौर को शांत करने की कोशिश की। लेकिन महापौर इसके बाद और भड़क गई और उन्होने सबके बीच में ही सक्सेना को डांटते हुए पूछा कि आखिरकार ये प्लानिंग बदली किसने? बगैर बताए प्लानिंग बदलने का निर्णय किसने लिया? जब वे भी जवाब नहीं दे पाए तो महापौर ने अफसरों को साफ कर दिया कि नदी 100 मीटर से कम नहीं होगी। और पुरानी धरोधरों को किसी भी हालत में नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा।
महापौर ने नदी सफाई के काम का दौरा कर्बला पुल से शुरू किया था। नगर निगम ने इसी हिस्से से नदी सफाई का काम शुरू किया था। यहां से लेकर लोखंडे ब्रिज तक उन्होने नदी की सफाई के कामों को देखा। इसके साथ ही नगर निगम द्वारा सीपी शेखर नगर बस्ती की जगह पर बनाए जा रहे उद्यान के काम की प्रगति भी उन्होने देखी। इस दौरान महापौर ने अफसरों से यहां का नक्शा मंगवाकर वहां किए जा रहे कामों की पूरी जानकारी ली। और नक्शे के हिसाब से काम कितना हो रहा है ओर कैसा हो रहा है ये देखते हुए काम तेजी से करने के लिए कहा। महापौर के साथ दौरे के दौरान निगमायुक्त आशीष सिंह, स्वास्थ्य समिति प्रभारी संतोषसिंह गौर, अपर आयुक्त रोहन सक्सेना, संदीप सोनी, अधीक्षण यंत्री एनएस तोमर, कार्यपालन यंत्री महेश शर्मा, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
ये भी बोली महापौर
– कर्बला ब्रिज : नदी सफाई के दौरान जो गाद निकली को बारिश के पूर्व ही उठा लिया जाए।
जयरामपुर कालोनी पुल : यहां नदी में डाली गई सीवरेज लाइन का एक पाइप पड़ा हुआ था। इसे हटवाने के लिए निर्देश दिए।
गणगौर घाट : यहां होल्करकालिन छत्रियों की दीवार के पास में मिट्टी के ढ़ेर लगे हुए थे। मिट्टी ओर नदी किनारे फैली गाद को बरसात के पहले हटाने के लिए निर्देश दिए। इसके लिए आवश्यक संसाधन भी यहां लगवाने के लिए कहा।
कडाव घाट : नदी में मौजूद मलबा, गाद और जलकुम्भी को जल्द से जल्द हटवाने के लिए कहा।
हरसिद्धी पुल : महापौर ने अफसरों को नदी की चौड़ाई कम से कम 30 मीटर रखते हुए ही रिर्टनिंग वॉल बनाने की बात कही। वहीं यहां पर नदी में कचरा देखकर महापौर ने अफसरों को निर्देश दिए कि नदी में यदि कोई कचरा फैंकता है तो उस पर कार्रवाई करो।
हेमिल्टन रोड पुल : कृष्णपुरा और रामबागब्रिज के बीच में मौजूद इस छोटे से पुल से नदी के दोनों और के किनारों की सफाई का काम महापौर ने देखा।
लोखण्डे ब्रिज : महापौर के साथ ही निगमायुक्त सिंह ने नदी में से गुजर रही प्रायमरी और सेकेंडरी सीवरेज लाइन को लेकर भी जानकारी अफसरों से ली।
भूतेश्वर नाले में गंदगी देख लगाई फटकार
नदी का दौरा करने के बाद महापौर पिलियाखाल स्थित भूतेश्वर महादेव मंदिर के पिछले हिस्से में बहने वाले नाले की हालत भी देखने पहुंच गई। यहां पर पूरे नाले में पॉलिथीन ही पॉलिथीन देखकर महापौर गुस्सा हो गई। उन्होने अफसरों को नाला सफाई सही तरह से नहीं करने पर न सिर्फ फटकारा, साथ ही इसे तुरंत साफ करने के लिए भी निर्देश दिए। इसके साथ ही महापौर ने दासबगीची के हिस्से में भी पैदल जाकर नदी की सफाई के काम को देखा। वहां से महापौर गणेशगंज सडक चौडीकरण के दौरान हटाए गए रहवासियों को पीछे की ओर विध्यांचल नगर में दिए गए मकानों पर भी पहुंची। यहां सभी से मुलाकात कर उनकी समस्या भी महापौर ने सुनी।
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