हर साल १ अप्रैल अगस्त अंत तक के लिए दूध के दाम तय किए जाते हैं। इसके बाद उत्पादन, खपत की समीक्षा और लागत मूल्य देखकर नए दाम तय किए जाते रहे हैं। एक साल से दूध उत्पादन बढऩे से दाम स्थिर थे। इंदौर दुग्ध विक्रेता संघ के भरत मथुरावाला के अनुसार, इस साल उत्पादन लागत में बढ़ोतरी हो गई है। पशु आहार काफी महंगा हो गया है। अभी उपभोक्ताओं को दूध 41 रुपए प्रति लीटर घर पहुंच दिया जाता है। यह 2 रुपए बढ़ जाएगा। मप्र दुग्ध व्यवसायी संघ के ईश्वर जोशी के अनुसार, दाम 44 से 46 रुपए प्रति लीटर हो जाएंगे।
बदल गई हैं दूध उत्पादन की परिस्थितियां मथुरावाला के मुताबिक, इस बार दूध उत्पादन की परिस्थितियां काफी बदल गई हैं। पशु आहार की कीमतें 40 प्रतिशत तक बढऩे से किसान फैट के हिसाब से दाम बढ़ाने की मांग कर रहे थे। इस साल जिले में कम वर्षा से हरे चारे की उपलब्धता अभी से प्रभावित हो रही है। रविवार को बैठक में सभी परिस्थितियों पर विचार के बाद बढ़ोतरी का निर्णय लिया गया। जिले में दुग्ध संघ से प्रतिदिन 2.5 लाख व विक्रेताओं से 12 लाख लीटर की खपत होती है। पिछले साल इन दिनों में 1 लाख लीटर अधिक दूध मिल रहा था, जबकि इस बार मांग के अनुरूप उत्पादन कम हो रहा है। मप्र दुग्ध संघ भी 36 से 48 रुपए प्रति लीटर दूध उपलब्ध करवा रहा है, जिसमें फिलहाल बढ़ोतरी की संभावना नहीं है।