उन्होंने बताया कि 15 वर्षों की भाजपा सरकार में शराब माफिया बड़े पैमाने पर फला फूला है। हमें विरासत में गुंडों और अपराधों से भरा मप्र मिला था। भाजपा सरकार ने मप्र को गुंडों और अपराधियों का गढ़ बना दिया था। मध्यप्रदेश में माफिया मुक्ति अभियान के तहत अब तक संगठित होकर अवैध शराब का कारोबार करने वाले 694 माफियाओं को पकड़ा गया है, जिनसे 9 करोड़ रुपए से अधिक की मदिरा जब्त की गई है। इन लोगों से 240 वाहन भी जब्त किए हैं। मंत्री बच्चन ने बताया कि पूरे मध्यप्रदेश में मिलावट माफियाओं खिलाफ भी व्यापक कार्रवाई की गई है। दूध एवं दूध उत्पाद, खाद्य पदार्थ पान मसाला सहित 11536 नमूने जांच के लिए हैं।
65 से ज्यादा पर कराई एफआईआर इस अभियान के तहत प्रदेशभर की 90 सहकारी गृह निर्माण संस्थाओं पर कमलनाथ सरकार ने शिकंजा कंसा है व 65 से अधिक लोगों के खिलाफ एफआईआर कराई गई है। इंदौर में पहले चरण में लगभग 600 से 800 के बीच भूखंड गृह निर्माण संस्थाओं के चिन्हित किए गए हैं, जो नागरिकों को दिए जाएंगे व 615 ऐसे भू माफियाओं पर कार्रवाई की गई है, जो आम लोगों की जमीन पर कब्जा कर लेते हैं। सरकारी भूमाफिया सरकारी भूमियों पर कब्जा करके उनके पुत्र दस्तावेज बनाकर जनता को भेज देते हैं।