वादा करने के बाद भी कोडवानी से नहीं मिले प्रभारी मंत्री
इंदौरPublished: Oct 19, 2019 09:17:41 pm
कांग्रेस कार्यालय पर तीसरे दिन भी धरना जारी
इंदौर.
शहर में लगातार कम होते जा रहे पानी, विनाश को बढ़ावा देते विकास, साफ हवा, मोहल्ला समितियों का गठन और प्रशासन की मनमर्जी के खिलाफ समाजसेवी किशोर कोडवानी का कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन पर धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। कोडवानी से जिले के प्रभारी मंत्री बाला बच्चन ने शनिवार को मुलाकात का वादा किया था। लेकिन शनिवार को भी बाला बच्चन ने उनसे मुलाकात नहीं की।
समाजसेवी कोडवानी ने इसके पहले भी अपनी मांगों को लेकर कांग्रेस कार्यालय के बाहर धरना दिया था। उस समय कांग्रेस नेताओं ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वे उनकी मांगों पर प्रभारी मंत्री बाला बच्चन फैसला करेंगे। और इसके लिए उनकी 17 अक्टूबर को मुलाकात भी तय करवाई थी। लेकिन प्रभारी मंत्री ने गुरूवार को कोडवानी से मुलाकात नहीं की थी। उसके बाद 17 अक्टूबर को कोडवानी फिर से गांधी भवन पहुंचे थे। लेकिन उनसे प्रभारी मंत्री ने मुलाकात की बजाए फोन पर दूसरी बार आश्वासन दिया, कि वे 19 अक्टूबर को उनसे मुलाकात करेंगे। लेकिन लिखित में मंत्री की ओर से कोई जवाब नहीं दिया। जिसके बाद कोडवानी ने गुरूवार से ही गांधी भवन पर धरना शुरू कर दिया था। कोडवानी लगातार तीसरे दिन शनिवार को भी कांग्रेस कार्यालय गांधीभवन पर धरने पर बैठे रहे। शनिवार को दोपहर तक मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस के कई मंत्री जिनमें पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जनसिंह वर्मा, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट आदि इंदौर में ही थे और पूरा दिन विभिन्न आयोजनों में पहुंचते रहे। लेकिन उन्होने कोडवानी से मुलाकात नहीं की। वहीं कोडवानी का कहना है कि बिगड़ी आबोहवा के कारण शहर में कई तरह की बीमारियां भी बढ़ी हैं, जिसका अंदाजा शहर में लगभग ४५० डायलोसिस मशीनों से ही लगाया जा सकता है। गौरतलब है कि इसके पहले तीन दिनों तक कोडवानी ने गांधी भवन पर धरना दिया था। उस समय प्रभारी मंत्री बाला बच्चन से कांग्रेस नेताओं ने उनकी फोन पर चर्चा करवाई थी, उस समय मंत्री ने उन्हें 17 अक्टूबर को मिलकर उनके मुद्दों पर चर्चा करने की बात कही थी। उन्हें शहर कांग्रेस के कार्यालय मंत्री ने प्रभारी मंत्री से मुलाकात कराने का लिखित में आश्वासन दिया था। उससमय प्रदेश की महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री इमरती देवी ने कोडवानी को आश्वासन दिया था कि प्रभारी मंत्री उनसे मुलाकात करेंगे। जिसके चलते 14 अक्टूबर को कोडवानी ने शाम के समय अपना धरना समाप्त किया था।