मैंने जो शिकायते आई थी उसके चलते अपना बयान दिया था। आज भी बोल रहा हूं कि सभी जगह पर अच्छे और बुरे दोनों तरह के लोग होते हैं हमारे यहां पर भी कोई राजा नहीं है लेकिन सभी तरह के लोग हर जगह होंगे। उस दिन जो शिकायतें आई थी उसके लिए मैंने कहा था न की सभी पटवारियों के लिए। पटवारी बोले मैंने उसी दिन यह स्पष्ट भी कर दिया था कि मैंने पटवारियों द्वारा रिश्वत की बात क्यों और किसके लिए कही है। मेरा मकसद किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। शिकायतों के आधार पर कही गई बात को जबरन तूल दिया जा रहा है मैंने पूरे प्रदेश के पटवारियों के लिए हीं कहा था।
यह था मामला दरअसल कुछ दिन पहले आपकी सरकार आपके द्वार, कार्यक्रम के तहत् राऊ विधानसभा के रंगवासा कार्यक्रम में मंत्री पटवारी शामिल हुए। वहां कई लोगों ने जमीनों के नामांतरण को लेकर शिकायत की। इसके बाद मंत्री पटवारी ने भाषण में कलेक्टर के सामने राजस्व विभाग को निशाने पर लेते हुए रिश्वतखोर करार दे दिया। वहां मौजूद अफसरों को मंत्री ने हिदायत दी कि अपने विभाग में ध्यान रखें कि शिकायतों की क्या स्थिति है। वहीं जनता से कहा,अगर अगले महीने तक काम न हो तो फिर शिकायत करें ताकि अधिकारियों पर कार्रवाई की जा सकें।
ट्वीटर पर ये कहा
शनिवार को भरी सभा में कही अपनी बात से रविवार को ही पलट गए। शनिवार को पटवारियों को रिश्वतखोर बताने वाले मंत्री ने रविवार को कहा ट्वीटर के जरिए कहा कि मैंने एक ब्लॉक के पटवारियों के रिश्वत लेने की बात कही थी न कि पूरे प्रदेश के पटवारियों की। उन्होंने कहा मेरा उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। बताया जा रहा है कि मंत्री द्वारा दिए गए इस बयान को लेकर पूरे प्रदेश के पटवारियों ने मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। प्रदेशभर के पटवारी मंत्री जीतू पटवारी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।
शनिवार को भरी सभा में कही अपनी बात से रविवार को ही पलट गए। शनिवार को पटवारियों को रिश्वतखोर बताने वाले मंत्री ने रविवार को कहा ट्वीटर के जरिए कहा कि मैंने एक ब्लॉक के पटवारियों के रिश्वत लेने की बात कही थी न कि पूरे प्रदेश के पटवारियों की। उन्होंने कहा मेरा उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। बताया जा रहा है कि मंत्री द्वारा दिए गए इस बयान को लेकर पूरे प्रदेश के पटवारियों ने मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। प्रदेशभर के पटवारी मंत्री जीतू पटवारी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।