scriptनंबर बढ़ाने के लिए यहां थानों की रैंकिंग में गोलमाल | Mistakes in the ranking of police stations | Patrika News

नंबर बढ़ाने के लिए यहां थानों की रैंकिंग में गोलमाल

locationइंदौरPublished: May 17, 2022 04:04:44 pm

भोपाल में हर थाने का बना रिपोर्टकार्ड तो इंंदौर में टॉप फाइव की सूची बनी

नंबर बढ़ाने के लिए यहां थानों की रैंकिंग में गोलमाल

नंबर बढ़ाने के लिए यहां थानों की रैंकिंग में गोलमाल

इंदौर. उत्कृष्ट कार्य के आधार पर शहर के थानों को रैंकिंग दी गई है। यही रैंकिंग राष्ट्रीय स्तर पर जाएगी। इंदौर पुलिस ने लाज बचाने के लिए एक तरह से रैंकिंग में बड़ा गोलमाल किया है। रैंकिंग में उन्हीं थानों को शामिल किया, जहां अपराध संख्या कम है या सुविधाएं बेहतर हैं। इसमें शहर के उन बड़े थानों को रैंकिंग की दौड़ से ही बाहर कर दिया, जहां अपराध व शिकायतें ज्यादा है। भोपाल में सभी थानों का रिपोर्ट कार्ड बनाकर सुधार कार्य किए जा रहे है, इंदौर में टॉप फाइव की सूची बनाई गई, अन्य थानों को नंबर नहीं दिए गए है ऐसे में यहांं सुधार की कोई प्रक्रिया नहीं शुरू हो पाई है। कानूनी जानकारों का कहना है कि पुलिस ने अपनी असफलता छिपाने के लिए यह गोलमाल किया है। जिन थानों में व्यवस्था नहीं है, उन्हें नीचे की रैंकिंग देकर निष्पक्षता बनाए रखना थी।
कमिश्नरेट में पलासिया थाने ने किया टॉप
कमिश्नर प्रणाली के बाद जनवरी से मार्च तक के अपराध, थाने पर पीडि़तों के लिए उपलब्ध सुविधा, कार्यप्रणाली, व्यवहार, शिकायतों का निराकरण, लोगों की संतुष्टि आदि 15 बिंदुओं के आधार पर रैटिंग की गई। कमिश्नरेट के 33 थानों में टॉप पलासिया थाना रहा है।
टॉप फाइव थाने
1. पलासिया
2. तुकोगंज
3. रावजीबाजार
4. मल्हारगंज
5. परदेशीपुरा

अपराध व शिकायतों में बाणगंगा, लसूडिय़ा है आगे
देखा जाए तो कमिश्नरेट में अपराध के मामले में बाणगंगा लसूडिय़ा थाने आगे है। 16 अप्रैल तक बाणगंगा में 772, लसूडिय़ां में 740 व विजनयगर में 562 केस दर्ज हो चुके है। जबकि, जिन्हें टॉप फाइव में लिए है, उसमें शामिल पलासिया में 230, तुकोगंज में 257 व रावजीबाजार में 241 केस दर्ज हुए है।
भोपाल में 36 थानों की रैैकिंग, इंदौर में नहीं बनी
भोपाल व इंदौर में कमिश्नर प्रणाली एक साथ लागू हुई है। भोपाल में हाल ही में 36 थानों का रिपोर्ट कार्ड जारी हुआ है। टॉप 3 थानों में श्यामलाहिल्स, कोहेफिजा व चूनाभट्टी थाने को शामिमल किया है। अन्य थानों को प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं था। इंदौर में पुलिस ने टॉप फाइव की लिस्ट बनाई है। अपराध बाणगंगा, लसूडिय़ा, विजयनगर, भंवरकुआं में ज्यादा है, शिकायतें ज्यादा है लेकिन उनकी कोई रैकिंग नहीं की गई। साफ है, जिनका प्रदर्शन ठीक नहीं है उन्हें न कोई हिदायत दी गई और न ही कोई कार्रवाई की। पांच टॉप थाने शासन को भेज दिए है। शेष का कोई उल्लेख नहीं है।
बांड ओवर में भी नंबर मार चुका इंदौर
कमिश्नर प्रणाली में अधिकार मिलने के बाद भी इंदौर में बदमाशों को बांड ओवर करने की प्रक्रिया तय नहीं हो पाई थी। भोपाल ने इसमें नंबर मार लिया था, वहां सभी एएसपी ने दिसंबर में ही बांड ओवर करना शुरू कर दिया था जबकि यहां विचार ही चल रहा था। भोपाल में कार्रवाई की जानकारी मिली तब 5 जनवरी 2022 से यहां बांड ओवर की कार्रवाई शुरू हो पाई थी।
जहां प्रदर्शन ठीक नहीं, वहां सुधार के लिए दी ट्रेनिंग: देउस्कर
सभी थानों का रिपोर्ट कार्ड जारी किया है। जिस थाने का प्रदर्शन ठीक नहीं है, लोगों की समस्या का हल नहीं हो रहा वहां हिदायत देने के साथ ही सुधार का प्रयास किया जा रहा है। ड्यूटी ऑफिसर की विशेष ट्रेनिंग दी है ताकि समस्या लेकर आने वाले आम लोगों को कार्रवाई से संतुष्ट किया जाए।
मकरंद देउस्कर, पुलिस कमिश्नर भोपाल।
अभी टॉप तय किए है, शेष का जल्द रिपोर्ट कार्ड जारी करेंगे: मिश्रा
तय मापदंड के हिसाब से अभी पांच टाप थाने तय किए है। जहां अपराध व शिकायतें ज्यादा है उनक थानों का भी जल्द रिपोर्ट कार्ड तैयार करेंगे और जिनका प्रदर्शन ठीक नहीं होगा उन्हें सख्त हिदायत देकर सुधार कराएंगे।
हरिनारायणाचारी मिश्र, पुलिस कमिश्नर इंदौर।
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