यूजीसी (यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन) को यूनिवर्सिटी और कॉलेज की परीक्षाओं में गोपनीयता का पालन नहीं करने की शिकायतें लगातार मिल रही है। कई परीक्षाओं में विद्यार्थी नकल के लिए मोबाइल का इस्तेमाल करते पाए गए। इसी संदर्भ में तीन साल पहले भी सभी परीक्षा केंद्र पर जैमर लगाए जाने का पत्र जारी किया गया। नियमानुसार जैमर लगाने के लिए सुरक्षा सचिव की अनुमति जरूरी होती है। इस प्रक्रिया का हवाला देकर यूनिवर्सिटी ने ही जैमर लगाने के पत्र को गंभीरता से नहीं लिया था। इसके बाद सिर्फ सीसीटीवी की निगरानी में ही परीक्षा कराने के लिए कहा गया। अब यूजीसी ने एक बार फिर जैमर अनिवार्य करने का निर्णय लिया है। सभी यूनिवर्सिटी को पत्र भेजकर परीक्षा केंद्रों पर जैमर सुनिश्चित करने के लिए कहा गया। निजी कॉलेजों के साथ-साथ सरकारी कॉलेजों में जैमर लगवाना यूनिवर्सिटी के लिए भी बड़ी चुनौती है। यूनिवर्सिटी की परीक्षा के लिए १४० से ज्यादा कॉलेज में केंद्र बनाए जाते है।
तीन घंटे ही बंद रहेंगे मोबाइल परीक्षा केंद्रों पर जो जैमर लगाए जाएंगे वे सिर्फ परीक्षा की अवधि के लिए ही एक्टिवेट रहेंगे। यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं तीन घंटे अवधि की रहती है। यानी सिर्फ इसी अवधि में किसी के मोबाइल पर नेटवर्क नहीं आएगा। परीक्षा खत्म होने के बाद नेटवर्क मिलने लगेगा। परीक्षा नियंत्रक प्रो.अशेष तिवारी ने बताया, ज्यादातर परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी लग चुके है। जैमर को लेकर यूजीसी के निर्देश मिल चुके है। इसके लिए भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।