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पीएम मोदी की हत्या का प्लान बनाने वाला पकड़ाया, देखिए कैसे रची गई साजिश

locationइंदौरPublished: Apr 24, 2018 02:22:19 pm

पीएम मोदी की हत्या का प्लान बनाने वाला पकड़ाया, देखिए कैसे रची गई धमाकों की साजिश

इंदौर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में पुलिस ने मोहम्मद रफीक नामक शख्स को गिरफ्तार किया है।

इस घटना ने एक बार फिर देश में हुई बड़ी आतंकी वारदातों की यादें ताजा कर दी हैं। रफीक वही शख्स है जो 1998 के कोयंबटूर ब्लास्ट में सजा काट चुका है। इस सीरियल बम ब्लास्ट में करीब 58 लोगों की मौत हुई थी और करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ था।
रफीक का एक ऑडियो वायरल हुआ है जिसमें वह कह रहा है कि हमने पीएम मोदी को खत्म करने की योजना बना ली है। जब 1998 में लालकृष्ण आडवाणी कोयंबटूर शहर की यात्रा पर थे, तब हमने ही बम फिट किया था।
कोयंबटूर ब्लास्ट वही केस था जिसके बाद आतंकी वारदातों में स्लीपर सेल का नाम आया और फिर धीरे धीरे इसमें सिमी जैसे संगठनों के संबंध साफ हुए। आइए आज हम आपको बताते हैं कि कैसे स्लीपर सेल के माध्यम से आतंकी हमलों की साजिश रची जाती है।
इंदौर, उज्जैन और इसके आस पास सिमी के गढ़
फिलहाल देश में इंदौर, उज्जैन और इसके आस पास के इलाकों को सिमी के गढ़ के रूप में जाना जाता है। देश में हुई कई बड़ी साजिशों में इन जगहों के तार जुड़े हैं और स्लीपर सेल जैसे नेटवर्क यहां सालों से सक्रिय हैं।
बड़े धमाकों में हमेशा ही स्लीपर सेल प्रमुख भूमिका निभाती है और इसका काम होता है किसी एक स्थान से दूसरे स्थान तक असला, बारूद, सामग्री और सूचनाओं का आदान प्रदान।

क्या होता है स्लीपर सेल
स्लीपर सेल वह व्यक्ति होता है जो आम लोगों के बीच ही उठता बैठता है काम करता है और आतंकियों से मिला रहता है। यह व्यक्ति इस तरह से काम करता है किसी को कानों कान खबर भी नहीं पड़ती है।
कैसे रची जाती है बड़े धमाकों की साजिश
देश में हुई अभी तक की सभी बड़ी घटनाओं में सामने आया है कि बड़े धमाकों की साजिश में स्लीपर सेल का प्रमुख हाथ होता है। जिस भी स्थान पर धमाके करना होते हैं उसकी प्लानिंग वहां से बहुत दूर बनाई जाती है।
यह एक ऐसा इलाका होता है जहां पर अन्य स्थानों की अपेक्षा ज्यादा शांति होती है और किसी का शक भी नहीं जाता। इन स्थानों पर साजिशें रचने के बाद ब्लास्ट का सामान, हथियार आदि हमले की जगह तक पहुंचाए जाते हैं।
इंदौर से जुड़ा कई बार कनेक्शन
देश में कई बड़ी घटनाओं का इंदौर से कनेक्शन जुड़ा है। गोधरा, मालेगांव हो या फिर पुणे ब्लास्ट। इन सभी घटनाओं के लिए इंदौर या इसके आस पास के इलाकों से सूचनाएं भेजी गई और आतंकियों की मदद की गई।
भोपाल से भागे 8 आतंकियों की मौत के बाद सख्त हुई जांच
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले साल दिवाली की रात 8 सिमी आतंकी सेंट्रल जेल से भागे थे। इस घटना से पूरे देश में सनसनी फैल गई थी। हालांकि, पुलिस ने महज कुछ ही घंटों के अंदर आतंकियों को एनकाउंटर में मार गिराया था।
उस वक्त पुलिस पर यह आरोप लगे थे कि यह पूरा घटनाक्रम एक साजिश के तहत रचा गया है। वहीं, कई ऐसे वीडियो भी सामने आए थे जिन्हें लेकर यह कहा गया था कि मध्य प्रदेश पुलिस ने फेक एनकाउंटर किया है।
बता दें कि भोपाल सेंट्रल जेल से 30 अक्टूबर की रात सिमी के आठ खूंखार आतंकी जेल गार्ड की हत्या करके फरार हो गए थे। जांच में यह पता लगा था कि आतंकियों ने स्टील की प्लेट और ग्लास से धारदार खंजरनुमा हथियार बनाया था।

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