पत्नी के अकाउंट में मनी ट्रांसफर के नाम पर ऐसे लगाता था चूना
इंदौरPublished: Jun 23, 2019 10:05:16 pm
कई दुकानदारों को लगा चुका था चूना, पत्नी भी बनी आरोपी
पत्नी के अकाउंट में मनी ट्रांसफर के नाम पर ऐसे लगाता था चूना
इंदौर. दुकानदार को बातों मेें उलझाकर पत्नी के अकाउंट में कभी 20 हजार तो कभी 15 हजार ट्रांसफर कराने के बाद आरोपी बहाने बनाने लगता और फिर चकमा देकर फरार हो जाता। कई दुकानदारों के साथ आरोपी ने इस तरह की हरकत की, पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यह बात सामने आई कि आरोपी के खिलाफ पुलिस के पास कई शिकायतें पहुंची थी लेकिन केस दर्ज नहीं किया गया।
सदरबाजार क्षेत्र में एक दुकानदार हुजैफा शेख को झांसा देकर फरार होते हुए टीआई अजय वर्मा की टीम ने आरोपी शुभम भावसार निवासी कालिंदी गोल्ड को पकड़ लिया। फरियादी मुंह पर कपड़ा बांधकर फरियादी की दुकान पर पहुंचा था। वहां उसने मनी ट्रांसफर करने की बात कहीं और फिर एक अकाउंट में 20 हजार रुपे ट्रांसफर भी करवा लिए। जब दुकानदार ने पैसे मांगे तो आरोपी उन्हें धक्का देकर भाग रहा था लेकिन पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। आरोपी के खिलाफ कई थानों में दुकानदारों ने शिकायत की थी। आरोपी के पकड़े जाने के बाद अन्नपूर्णा पुलिस ने अलग अलग दो केस दर्ज कर लिए।
तीन महीने पहले भी की थी घटना
आरोपी ने अन्नपूर्णा इलाके में दो घटनाएं की थी। टीआई सतीश द्विवेदी के मुताबिक, विवेक महावर व पंकज सोनी के साथ घटना हुई थी। दोनों फरियादी मोबाइल रिचार्ज व मनी ट्रांसफर का काम करते है। पंकज की दुकान पर आरोपी करीब 3 महीने पहले पहुंंचा और एक बैंक अकाउंट में 18 हजार रुपए ट्रांसफर करवा लिए। बाद में पैसा गाड़ी से लाने का कहकर गया तो लौटा नहीं। विवेक से भी आरोपी ने 20 हजार रुपए ट्रांसफर करवा लिए और फिर एटीएम से पैसा निकालकर लाने का झांसा देकर फरार हो गया था। बाद में पता चला कि आरोपी ने पैसा पत्नी के खाते में ट्रांसफर किया है। पुलिस ने आरोपी शुभम भावसार के साथ ही उसकी पत्नी को भी आरोपी बनाया है।
पलासिया में भी की वारदात
आरोपी पलासिया व बाणगंगा इलाके में भी इस तरह की घटना कर चुका है। वह दुकान पर जाकर मनी ट्रांसफर कराता और फिर पैसा भूल आने का झांसा देता। दो मामलों में तो वह दुकानदार को पैसा देने साथ ले गया लेकिन बाद में धक्का देकर वहां से फरार हो गया था। कई महीनों से आरोपी घटना कर रहा था लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किए थे।