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कलियुग का मानव गलत काम में लगा है, यह कलियुग नहीं करयुग है : पं. शास्त्री राज्य सरकार ने संबल योजना को परिवर्तित कर नया सवेरा नाम से 100 यूनिट तक बिजली बिल माफ करने के साथ अब बाकी की खपत पर पूरा बिल लेने के निर्देश जारी कर दिए हैं। बिजली कंपनी ने इस माह से वास्तविक खपत में से 100 यूनिट की राशि कम कर बिल जारी कर दिए। इससे योजना के तहत रजिस्टर्ड उपभोक्ताओं के होश उड़ गए। ऐसे उपभोक्ता 10 माह से 600 से अधिक यूनिट की खपत कर सिर्फ 200 रुपए दे रहे थे। बाकी राशि राज्य शासन द्वारा भरी जा रही थी। मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को इससे काफी घाटा हो रहा था। इंदौर जिले के ही 50 करोड़ रुपए सब्सिडी के शासन से नहीं मिल पाए हैं। गौरतलब है, शहर में 1 लाख 12 हजार और ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 1 लाख उपभोक्ता संबल योजना का लाभ उठा रहे थे।
गरीब बंगले वालों की जांच शुरू
संबल योजना में ऐसे कई गरीब और पॉश कॉलोनी में रहने वाले उपभोक्ताओं ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया। घर में एसी, टीवी, फ्रिज के साथ कई उपकरण 200 रुपए प्रतिमाह में जला रहे हैं। इन्हें योजना से हटाने के लिए शासन के निर्देश पर जांच शुरू की गई है।
योजनानुसार बिल राज्य शासन ने संबल योजना को बदलकर नया सवेरा कर दिया है। इसमें 100 यूनिट तक खपत वाले गरीब उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। योजना में रजिस्टर्ड उपभोक्ता के बिजली बिल वास्तविक खपत के हिसाब से गणना कर भेजे जा रहे हैं। 100 यूनिट की सब्सिडी घटाकर बाकी यूनिट का बिल दिया जा रहा है।– सुब्रतो राय, मीडिया प्रभारी